चीज़ें रखकर भूलना नाम याद न आना बीमारी का इलाज bhoolne ki bimari


english bhulne ki bimari bhulne ki bimari ka naam dimag tez karne ke nuskhe bhulne ki dua bhulne ki bimari ki dawa आजकल कम उम्र के लोग भी भूलने की शिक़ाायत करने लगे हैं। चीज़ें रखकर भूलना, किसी का नाम या कोई शब्द याद न आना, चिड़चिड़ाहट और ध्यान की कमी आम समस्याएं बन गई हैं। हम सोचते हैं कि शायद काम की वजह से या अधिक तनाव और चिंता की वजह से ऐसा हो रहा होगा, लेकिन वजह छुपी है हमारे खानपान की बदलती या कहना होगा बिगड़ती आदतों में।

याददाश्त बढाने के उपाय भूलने का कारण - ऊपर से मिलाया गया मीठा तो हर हाल में बुरा है। इससे सम्बंधित शोध बताते हैं कि ज़्यादा शक्कर खाने का असर वस्तुओं को रखकर भूल जाने जैसे रूपों में देखा गया है। इससे दिमाग़ के हिप्पोकैम्पस यानी उस हिस्से पर जो याद रखने के लिए ज़िम्मेदार होता है, बुरा असर होता है। इसके चलते जानकारियों को संगृहीत करने और फिर ज़रूरत पड़ने पर उन्हें इस्तेमाल कर पाने की क्षमता में कमी होती जाती है। कितनी मात्रा उचित है- 2-3 छोटे चम्मच रोज़। इसमें हर तरह के खाद्य में शामिल मिठास जुड़ी हुई है। amnesia remember meaning

फैटयुक्त खाद्य yaddasht badhane ke tips in hindi bimari ka ilaj in hindi चीज़, बाज़ार के नमकीन, मठरी आदि। इसमें घर में सेके जाने वाले भजिए, पकौड़े भी शामिल हैं। (खुरदुरी सतह की तली जाने वाली सारी वस्तुएं बहुत अधिक तेल सोख लेती हैं) क्या बुराई है - बाज़ार के तले खाद्यों में हाइड्रोजनेटेड फैट होता है। इसे सरल भाषा में समझा जाए, तो बहुत देर तक जिस तेल में वस्तुएं तली जाती रही हों, वो गाढ़ा होता जाता है। इस गाढ़े तेल में तले खाद्य खाने से शरीर रोगों का घर बन जाता है।

  क्या दुष्प्रभाव होगा- इसकी वजह से रक्त नलिकाओं के सिकुड़ने की समस्या सामने आती है। दिमाग़ तक रक्त का प्रवाह बाधित होता है। ज़्यादा नमक वाले खाद्यों से हडि्डयों से कैल्शियम निकल जाने का नुक़सान भी झेलना पड़ता है। इन सबके कारण उनींदापन, ध्यान की कमी, समझने की क्षमता में कमी और हमेशा थकान का बना रहना सामने आता है। कितना लेना ठीक होगा- दो बड़े चम्मच तेल प्रतिदिन, प्रति व्यक्ति पर्याप्त हैं। बाज़ार की चीज़ें कम से कम खाएं, यही बेहतर होगा। यह भी पढ़े कहानी जो आपकी जिंदगी बदल देगी

  अल्जाइमर रोग - तले हुए खाद्य (बाज़ार से लाए तलने योग्य सारे खाद्य इसमें शामिल हैं) इनमें क्या बुराई है- बहुत सारा नमक और हाइड्रोजनेटेड फैट। क्या असर डालता है- ढेर सारा नमक और ट्रांस फैटी एसिड्स खाने वालों पर किए एक शोध में पाया गया कि शब्दों को याद करने की इनकी क्षमता कम होती गई। साथ ही उग्रता और चिड़चिड़ाहट बढ़ी। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि इनसे ऊर्जा तो मिल रही है, पर पौष्टिक तत्व नहीं मिलते। इसलिए फैट बढ़ेगा, सुस्ती बढ़ेगी, काम करने की क्षमता में कमी आएगी तथा ख़ून की कमी व मांसपेशियों की शिथिलता होगी। कितनी मात्रा ठीक होगी- ज़रा भी नहीं मनोरोग के उपाय बीमारी in english दिमाग की नसें बीमारी के नाम दिमाग की शक्ति

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