साष्टांग प्रणाम महत्वपूर्ण लेकिन महिलाओं के लिए अभिशाप जानिये इसका कारण
6 November 2016
Add Comment
Sashtang dandavat pranam meaning english - भारतीय परम्परा में प्रणाम का अपना अलग ही महत्व हे. यह हमारे अच्छे संस्कारों को दर्शाता हे. कोई पैर छु कर प्रणाम करता हे, तो कोई हाथ जोड़कर और कोई झुककर प्रणाम करता हे. लेकिन साष्टांग प्रणाम करना हमारी संस्कृति हे. साष्टांग प्रणाम सिर्फ पुरुष ही कर सकते हे महिलाएं नहीं, इसका क्या कारण हे आईये जानते हे.
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, स्त्री का गर्भ और उसके वक्ष कभी जमीन से स्पर्श नहीं होने चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि उसका गर्भ एक जीवन को सहेजकर रखता है और वक्ष उस जीवन को पोषण देते हैं. इसलिए यह आसन स्त्रियों को नहीं करना चाहिए.
क्यों महिलाओं के लिए अभिशाप हे साष्टांग प्रणाम करना
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, स्त्री का गर्भ और उसके वक्ष कभी जमीन से स्पर्श नहीं होने चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि उसका गर्भ एक जीवन को सहेजकर रखता है और वक्ष उस जीवन को पोषण देते हैं. इसलिए यह आसन स्त्रियों को नहीं करना चाहिए.
- यह भी जरूर देखे - यू-ट्यूब से एक साल में कमाए 8 करोड़
बहुत से लोगों को यह आसन अजीब लग सकता हे, लेकिन यह आसन इस बात का प्रतीक हे की व्यक्ति अपना अहंकार छोड़ चूका हे. यह आसन आपको इश्वर की शरण में ले जाता हे.
dandvat pranam image
sashtang namaskar in marathi
sashtang pranam in hindi
sashtanga namaskaram in english
sashtang namaskar atre
sashtang namaskar book
sakshat dandvat pranam
0 Response to "साष्टांग प्रणाम महत्वपूर्ण लेकिन महिलाओं के लिए अभिशाप जानिये इसका कारण"
Post a Comment
Thanks for your valuable feedback.... We will review wait 1 to 2 week 🙏✅