दाँतो के रोग और बचाव के उपाय Teeth Problem And Ghrelu Upaay
20 September 2016
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दाँत शरीर का एक ऐसा अंग है जो आपके व्यक्तित्व के आकर्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जब आप बात करते है मुस्कराते है या हँसते खिलखिलाते है तो दुग्ध धवल मौतियो जैसे दाँते गंदे तथा सांस दुर्गन्धयुक्त है तो इससे अधिक खराब और कुछ नही. आज की इस पोस्ट में, में आपको दांतों के खराब होने के कारण, लक्षण और चिकित्सा के बारे में बताऊंगा.
कारण
अधिकांश व्यक्त्ति शीघ्रता से दाँतो की आधी-अधूरी सफाई करके सन्तुष्ट हो जाते है. इसी लापरवाही का परिणाम होता है दाँतो की अनेक समस्याए. इस समस्याओं का एक और कारण है कि मानव के भोजन में चीनी, बिस्कुट, टॉफी, चॉकलेट, आइसक्रीम बर्फ और अधिक पका हुआ मुलायम भोजन जो की सरलता से बिना श्रम के खाया जा सके. जिससे दाँतो और मसूड़ों का कोई व्यायाम भी नही हो पाता है. दाँतो के स्वस्थ रहने पर सारे शरीर का स्वास्थ्य निर्भर करता है. दाँतो के खराब होने का सम्बन्ध पेट से है. दाँतो के रोग से पीड़ित व्यक्त्ति कब्जी, अपच भूख की कमी से पीड़ित रहते है अतः दाँतो की चिकित्सा करते समय पेट को ठीक करने का भी प्रयास करते रहना चाहिए.
लक्षण
दाँतो में कई प्रकार की तकलीफ या बीमारिया हो जाती है. जैसे दाँतो में ठण्डा गर्म लगना, दाँतो का हिलना, दाँतो का पीला पड़ना, दाँतो पर काली पपड़ी जमना, दाँतो में कीड़े लगना, दाँतो का दर्द, मसूड़ो की सूजन और दर्द, मसूड़ो का फूलना तथा खून निकलना तथा दाँतो में पायरिया आदि.
कारण
अधिकांश व्यक्त्ति शीघ्रता से दाँतो की आधी-अधूरी सफाई करके सन्तुष्ट हो जाते है. इसी लापरवाही का परिणाम होता है दाँतो की अनेक समस्याए. इस समस्याओं का एक और कारण है कि मानव के भोजन में चीनी, बिस्कुट, टॉफी, चॉकलेट, आइसक्रीम बर्फ और अधिक पका हुआ मुलायम भोजन जो की सरलता से बिना श्रम के खाया जा सके. जिससे दाँतो और मसूड़ों का कोई व्यायाम भी नही हो पाता है. दाँतो के स्वस्थ रहने पर सारे शरीर का स्वास्थ्य निर्भर करता है. दाँतो के खराब होने का सम्बन्ध पेट से है. दाँतो के रोग से पीड़ित व्यक्त्ति कब्जी, अपच भूख की कमी से पीड़ित रहते है अतः दाँतो की चिकित्सा करते समय पेट को ठीक करने का भी प्रयास करते रहना चाहिए.
लक्षण
दाँतो में कई प्रकार की तकलीफ या बीमारिया हो जाती है. जैसे दाँतो में ठण्डा गर्म लगना, दाँतो का हिलना, दाँतो का पीला पड़ना, दाँतो पर काली पपड़ी जमना, दाँतो में कीड़े लगना, दाँतो का दर्द, मसूड़ो की सूजन और दर्द, मसूड़ो का फूलना तथा खून निकलना तथा दाँतो में पायरिया आदि.
आँखों पर ककड़ी रखने के फायदे
चिकित्सा
1.ताजे पानी में नींबू निचोड़ कर आधा पीना व् आधे से कुल्ला करना दाँतो के सभी रोगों में आराम देता है. निचोड़े हुए नींबू से दाँत रगड़ने से दाँत साफ सुंदर व् चमकदार होते है.
2. फिटकरी के पानी के कुल्ला करने पर मसूढ़ो से खून आना बंद हो जाता है. दाँत मजबूत होते है और कीड़े मर जाते है रक्त्त मवाद आना बंद हो जाता है.
3. एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच अदरक का रस और थोड़ा सा नमक मिलाकर घूंट भरे. थोड़ी देर मुँह में रखने के बाद उसे पी ले. दाँतो की सड़न, मसूढ़े की सूजन और बदबू समाप्त हो जाएगी.
4. दाँतो के दर्द में लौंग के तेल को रुई के फाहे में लगाकर दर्द वाले दाँत में दबा कर रखे. थोड़ी देर बाद लार टपकाये. ऐसा करने से सूजे हुए मसूढ़े ठीक हो जाते है.
चिकित्सा
1.ताजे पानी में नींबू निचोड़ कर आधा पीना व् आधे से कुल्ला करना दाँतो के सभी रोगों में आराम देता है. निचोड़े हुए नींबू से दाँत रगड़ने से दाँत साफ सुंदर व् चमकदार होते है.
2. फिटकरी के पानी के कुल्ला करने पर मसूढ़ो से खून आना बंद हो जाता है. दाँत मजबूत होते है और कीड़े मर जाते है रक्त्त मवाद आना बंद हो जाता है.
3. एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच अदरक का रस और थोड़ा सा नमक मिलाकर घूंट भरे. थोड़ी देर मुँह में रखने के बाद उसे पी ले. दाँतो की सड़न, मसूढ़े की सूजन और बदबू समाप्त हो जाएगी.
4. दाँतो के दर्द में लौंग के तेल को रुई के फाहे में लगाकर दर्द वाले दाँत में दबा कर रखे. थोड़ी देर बाद लार टपकाये. ऐसा करने से सूजे हुए मसूढ़े ठीक हो जाते है.
5. यदि शौच के समय ऊपर-नीचे के दाँतो को भीचकर बैठा जाये तो दाँत जिंदगी भर नही हिलेंगे.
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Thanks for your valuable feedback.... We will review wait 1 to 2 week 🙏✅