बार-बार पेशाब आने पर अपनाएं यह घरेलू उपाय
27 September 2016
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अधिक मात्रा में मूत्र आना बहुमूत्रता का रोग है. स्नायविक कारणों से मूत्र अधिक आता है. किसी गम्भीर बीमारी जैसे मधुमेह, गुर्दे की सूजन में भी मूत्र अधिक आता है. बार-बार पेशाब जाना मूत्राशय के लिए अच्छा नही होता है. आईये जानते हे इससे से बचाव के उपाय.
चिकित्सा
1. 25 से 5 ग्राम भुने हुए छिलका सहित चने शाम को या फिर रात को खाना खाने के बाद खूब चबा-चबा कर खाये और फिर थोड़ा-सा गुड़ खाकर पानी पिले. इस प्रयोग से आपको बहुमूत्रता के रोग में आशातीत लाभ मिलेगा.लेकिन जिसकी पाचन शक्त्ति कमजोर हो उसे यह प्रयोग नही करना चाहिए.
चिकित्सा
1. 25 से 5 ग्राम भुने हुए छिलका सहित चने शाम को या फिर रात को खाना खाने के बाद खूब चबा-चबा कर खाये और फिर थोड़ा-सा गुड़ खाकर पानी पिले. इस प्रयोग से आपको बहुमूत्रता के रोग में आशातीत लाभ मिलेगा.लेकिन जिसकी पाचन शक्त्ति कमजोर हो उसे यह प्रयोग नही करना चाहिए.
मोतियाबिंद से बचने के घरेलू उपाय
2. सुबह शाम गुड़ और तिल के बने लड्डू खाने से भी इस रोग में फायदा मिलता है. तिलों में पेशाब कम करने की विचित्र शक्ति है.
3. प्रतिदिन मैथी व् पालक की सब्जी खाने से मूत्र अधिक आना बंद होता है. पालक की सब्जी रात को खाने में खाना ज्यादा फायदा करता हैं.]
4. पिसी हुई हल्दी की एक चम्मच सुबह शाम ठण्डे पानी से फांकने पर बार-बार पेशाब आना बंद होता है.
2. सुबह शाम गुड़ और तिल के बने लड्डू खाने से भी इस रोग में फायदा मिलता है. तिलों में पेशाब कम करने की विचित्र शक्ति है.
3. प्रतिदिन मैथी व् पालक की सब्जी खाने से मूत्र अधिक आना बंद होता है. पालक की सब्जी रात को खाने में खाना ज्यादा फायदा करता हैं.]
4. पिसी हुई हल्दी की एक चम्मच सुबह शाम ठण्डे पानी से फांकने पर बार-बार पेशाब आना बंद होता है.
Hum check karenge
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