रेडियम की खोज क्या है खास जानकारी how was radium discovered
14 February 2016
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रोचक जानकारी रेडियम, एक धातु है, जो पिसे हुए नमक के समान होता है तथा पृथ्वी पर बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। रेडियम को पियरे क्यूरी और श्रीमति क्यूरी ने 1898 ई. में खोजा की थी
- यह अंधेरे में चमकता है। अत: इसे अंधेरे स्थान पर रख दिया जाये तो उस स्थान में यह उजाला भर देता है।
- यह निरंतर प्रकाश देते रहने पर भी न तो जलता है और न ही गलता है। प्रकाश की क्रिया के बावजूद इसके भार में किसी प्रकार की कमी नहीं होती।
- साधारणत: इसे छूने पर किसी प्रकार की ऊष्मा का भी भान नहीं होता।
- यही नहीं यह धातु गर्म न होने पर भी सदा चमकती रहती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शुद्ध रेडियम से लगभग 1,600 वर्ष तक लगातार प्रकाशित होता रहता है।
- तत्पश्चात शनै -शनै क्षीण होकर लगभग दो हजार वर्ष बाद यह शीशे में बदल जाता है। मानव ने अब तक जितनी धातुओं का पता लगाया है, उनमें रेडियम सबसे अधिक रहस्यमय है।
- एक ओर यह कैंसर जैसे असाध्य रोग के इलाज में मानव का सहायक बना हुआ है, तो दूसरी ओर यदि इसके प्रयोग में सावधानी न बरती जाये तो यह आदमी के लिए सहज ही विनाश का कारण भी बन सकता है।
- रेडियम की खोज सर्वप्रथम फ्रांस के एक वैज्ञानिक वेकेरिल ने की थी। सन् 1896 की बात है ।
- वेकेरिल एक दिन अपनी प्रयोगशाला में प्रयोग कर रहे थे कि अचानक उनकी नजर एक ऐसी धातु पर पड़ गयी जो गर्म न होने पर भी सदा चमकती रहती थी।
- उन्होंने, एक अशुद्ध धातु यूरेनियम आक्साइड का प्रभाव छाया चित्रण की एक प्लेट पर देखा और पाया कि कुछ दिन बाद धोने पर वह प्लेट सूर्य के प्रकाश से भी अधिक चमकने लगी।
- बस, यहीं से रेडियम धातु के आविष्कार की कथा प्रारंभ हुई।
- किन्तु रेडियम के बारे में विशेष ज्ञान और जानकारी विश्वभर में फैलाने का श्रेय पेरिस के एक प्रोफेसर क्यूरी महोदय तथा उनकी पत्नी मैडम क्यूरी को जाता है। रेडियम का उपयोग घडिय़ों, उनके डायलों एवं रिफ्लेक्टर में किया जाता है।
- रेडियम प्राप्त करने का कार्य अत्यंत श्रमसाध्य एवं खर्चीला है।
- इसके निर्माण के लिए सर्वप्रथम यूरेनियम ऑक्साइड की ज़रूरत होती है, जो विश्व में बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है।
- इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया में धातु को कोई पांच हजार भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में आधुनिक मशीनों से होकर गुजारा जाता है।
- इस कार्य में लगभग छह माह का समय लग जाता है। रेडियम का उपयोग दुनियाभर में घडिय़ों, उनके डायलों के अतिरिक्त 'रिफ्लेक्टर' जैसी चीजों में भी किया जाता है।
- मगर घडिय़ों व 'रिफ्लेक्टरों में उपयोग किया जाने वाला रेडियम पूर्णरूप से शुद्ध नहीं होता। कहा जाता है कि सूई की एक नोक जितना शुद्ध रेडियम घडिय़ों के करोड़ों डायलों के लिए काफी होती है।
- रेडियम का उपयोग कैंसर जैसे भयानक रोग की चिकित्सा करने में भी किया जाता है। कैंसर के घावों को भरने में रेडियम किरणों का प्रयोग आज विश्वभर में किया जा रहा है।
- देश-विदेश के अनेक नगरों में आज रेडियम चिकित्सालयों की स्थापना हो चुकी है।
bhut vadiya jankari sir ji
ReplyDeletesir shud redium ki kimat kitni hai ??
ReplyDeleteNice information
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