सिर झुकाए सुनते रहे CM ऐसे हुअा स्कूल बस हादसा Indore News dps bus accident cm
7 January 2018
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Indore News school bus accident dps सीएम शिवराज सिंह चौहान रविवार को बायपास पर बस हादसे में मृत चार बच्चों के परिजनों से मिलने पहुंचे। यहां सीएम को बच्चों के परिजनों के गुस्से का सामना करना पड़ा। परिजनों ने स्कूलों द्वारा बरती जा रही लापरवाही और आरटीओ के रिएक्शन को लेकर जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान सीएम सिर झुकाए उनकी बात सुनते रहे। परिजनों से मिलने के बाद सीएम ने कहा कि सुबह अखबारों में देखकर लगा कि आरटीओ का व्यवहार ठीक नहीं है
- सीएम ने परिजनों से मिलने के बाद आरटीओ एमपी सिंह को हटाने के दिए निर्देश देते हुए पूरे हादसे की मजिस्ट्रीय जांच के आदेश दिए। उन्हाेंने 15 दिन में जांच मंगवाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे दोबारा ना हों उसके लिए कई अहम फैसले लिए जाएंगे। 15 वर्षों से अधिक पुरानी बसें स्कूल में अटैच नहीं हो पाएंगी।
सीएम काे करना पड़ा गुस्से का सामना
- रविवार दोपहर सीएम सबसे पहले खातीवाली टैंक स्थिति श्रुति लुधियानी के घर पहुंचे और परिवार को संत्वना देते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में हम अापके साथ हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लुधियानी के परिवार ने कहा- इतने नामचीन स्कूल मे ये हालात हैं। केवल छोटे लोगों पर करवाई हुई। प्रबंधन और बस को फिटनेस देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभिभावकों को घटना के बाद जानकारी नहीं दी गई। हम एक घंटे तक बस स्टैंड पर खड़े बच्चों का इंतजार करते रहे। प्रशासन और पुलिस ने कोई मदद नहीं की। कोई अधिकारी अस्पताल मदद के लिए नहीं आया।
सीएम सिर झुकाए खड़े रहे
- हादसे में मृत हरमीत कौर के परिवारवालों ने CM को जमकर आड़े हाथों लिया। मां ने बेटी की तस्वीर को सीने से लगाकर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान CM चुपचाप गर्दन नीचे कर उन्हें देखते रहे। उन्होंने प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। हरमीत की मां ने सीएम से पूरे मामले को लेकर कई सवाल किए और जमकर बिफरीं। श्रद्धांजली के दौरान मां ने फोटो को उठाते हुए कहा कि नहीं करवानी इनसे श्रद्धांजली।
- परिवार ने अारटीअो के व्यवहार को लेकर भी गुस्सा जाहिर किया। उन्हाेंने कहा कि इनको हंसी आ रही है, एेसे अफसर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। डीपीएस द्वारा अखबार में दिए शोक संवेदना वाले विज्ञापन को लेकर कहा कि स्कूल को शर्म नहीं आ रही.. संवेदना पर विज्ञापन दे रहे हैं उसमें बच्चो के फोटो तक नहीं दिए। परिजनों से सीएम से कहा कि प्रिंसिपल और स्कूल किसी लायक नहीं है। परिजनों से मिलने के बाद सीएम बॉम्बे अस्पताल घायलों से मिलने पहुंचे।
ऐसे हुअा हादसा
- डीपीएस की बस शुक्रवार शाम को छुट्टी के बाद बच्चों को छोड़ने उनके घर जा रही थी। पुलिस के अनुसाार बस भोपाल से महू की ओर जा रही थी, जबकि ट्रक महू से भोपाल की ओर जा रहा था। इस दौरान बिचौली मर्दाना बायपास पर ब्रिज के पास अचानक बस के ब्रेक फेल हो गए और वह डिवाइडर से टकराकर दूसरी ओर ट्रक से जा भिड़ी। बस के स्पीड में होने के कारण हादसा इतना भीषण हो गया। टक्कर के बाद का नजारा कंपाने वाला था। बस का अगला हिस्सा बिखर गया था और ड्राइवर सीट पर ही चिप गया था। वहीं बस के भीतर का नजारा देख लोग कांप गए। बच्चे एक दूसरे के ऊपर गिरे हुए थे और दर्द से कराह रहे थे
- सीएम ने परिजनों से मिलने के बाद आरटीओ एमपी सिंह को हटाने के दिए निर्देश देते हुए पूरे हादसे की मजिस्ट्रीय जांच के आदेश दिए। उन्हाेंने 15 दिन में जांच मंगवाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे दोबारा ना हों उसके लिए कई अहम फैसले लिए जाएंगे। 15 वर्षों से अधिक पुरानी बसें स्कूल में अटैच नहीं हो पाएंगी।
सीएम काे करना पड़ा गुस्से का सामना
- रविवार दोपहर सीएम सबसे पहले खातीवाली टैंक स्थिति श्रुति लुधियानी के घर पहुंचे और परिवार को संत्वना देते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में हम अापके साथ हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लुधियानी के परिवार ने कहा- इतने नामचीन स्कूल मे ये हालात हैं। केवल छोटे लोगों पर करवाई हुई। प्रबंधन और बस को फिटनेस देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभिभावकों को घटना के बाद जानकारी नहीं दी गई। हम एक घंटे तक बस स्टैंड पर खड़े बच्चों का इंतजार करते रहे। प्रशासन और पुलिस ने कोई मदद नहीं की। कोई अधिकारी अस्पताल मदद के लिए नहीं आया।
सीएम सिर झुकाए खड़े रहे
- हादसे में मृत हरमीत कौर के परिवारवालों ने CM को जमकर आड़े हाथों लिया। मां ने बेटी की तस्वीर को सीने से लगाकर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान CM चुपचाप गर्दन नीचे कर उन्हें देखते रहे। उन्होंने प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। हरमीत की मां ने सीएम से पूरे मामले को लेकर कई सवाल किए और जमकर बिफरीं। श्रद्धांजली के दौरान मां ने फोटो को उठाते हुए कहा कि नहीं करवानी इनसे श्रद्धांजली।
- परिवार ने अारटीअो के व्यवहार को लेकर भी गुस्सा जाहिर किया। उन्हाेंने कहा कि इनको हंसी आ रही है, एेसे अफसर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। डीपीएस द्वारा अखबार में दिए शोक संवेदना वाले विज्ञापन को लेकर कहा कि स्कूल को शर्म नहीं आ रही.. संवेदना पर विज्ञापन दे रहे हैं उसमें बच्चो के फोटो तक नहीं दिए। परिजनों से सीएम से कहा कि प्रिंसिपल और स्कूल किसी लायक नहीं है। परिजनों से मिलने के बाद सीएम बॉम्बे अस्पताल घायलों से मिलने पहुंचे।
ऐसे हुअा हादसा
- डीपीएस की बस शुक्रवार शाम को छुट्टी के बाद बच्चों को छोड़ने उनके घर जा रही थी। पुलिस के अनुसाार बस भोपाल से महू की ओर जा रही थी, जबकि ट्रक महू से भोपाल की ओर जा रहा था। इस दौरान बिचौली मर्दाना बायपास पर ब्रिज के पास अचानक बस के ब्रेक फेल हो गए और वह डिवाइडर से टकराकर दूसरी ओर ट्रक से जा भिड़ी। बस के स्पीड में होने के कारण हादसा इतना भीषण हो गया। टक्कर के बाद का नजारा कंपाने वाला था। बस का अगला हिस्सा बिखर गया था और ड्राइवर सीट पर ही चिप गया था। वहीं बस के भीतर का नजारा देख लोग कांप गए। बच्चे एक दूसरे के ऊपर गिरे हुए थे और दर्द से कराह रहे थे
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