डिजिटल मार्केटिंग में हर वर्ष 4 लाख नए जॉब digital marketing course
26 April 2019
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Google , Facebook company गांव-गांव मंे इंटरनेट के विस्तार ने कंपनियों के लिए मार्केटिंग के नए रास्ते खोले हैं।
कंपनियां कम खर्च कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना पा रही हैं। इसके लिए डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल की डिमांड भी बढ़ी है, जो इसे बेहतर समझते हैं। वर्तमान में इंटरनेट लोगों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब इंटरनेट लोगों की जरूरत बन चुका है। इंटरनेट का विस्तार ही इसे एक बेहतर बाजार के रूप में भी स्थापित करता है।
यह कंपनियों को ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाता है, जहां वे अपने व्यापार के विस्तार के लिए विभिन्न तरीकों से मार्केटिंग और एडवर्टाइजिंग कर सकती हैं। स्मार्टफोन की हर व्यक्ति तक पहुंच इसे और भी अासान बना देती है। यही कारण है कि देश मंे डिजिटल मार्केटिंग पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ी है और इसमें नए जॉब की संख्या भी बढ़ी है। 2016 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल मार्केटिंग मंे 2020 के अंत तक 15 लाख नई नौकरियां होंगी यानी कि वर्तमान में हर वर्ष इसमें औसतन 4 लाख नई नौकरियों के अवसर हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में कंपनियों द्वारा मीडिया पर लगभग 8 अरब डॉलर खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 1.78 अरब डॉलर डिजिटल एड पर और करीब 1 अरब डॉलर मोबाइल इंटरनेट एड पर खर्च किया जाएगा। जबकि 2019 में मीडिया पर किया जाने वाला कुल खर्च 8.50 अरब डॉलर से ज्यादा होगा, इसमें 2.17 अरब डॉलर डिजिटल विज्ञापन पर और 1.23 अरब डॉलर मोबाइल इंटरनेट विज्ञापन पर खर्च किया जाएगा। डिजिटल मार्केटिंग के तेजी से बढ़ने का एक बड़ा कारण इस पर आने वाला कम खर्च भी है। कम से कम 2 हजार लोगों तक पहुंचने के लिए ब्रॉडकॉस्ट मीडिया में 150 डॉलर, न्यूजपेपर में 250 डॉलर का खर्च आता है।
वहीं, इंटरनेट सर्च के माध्यम से 2 हजार लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 50 डॉलर और सोशल नेटवर्किंग से मात्र 75 डॉलर का खर्च अाता है। इससे कंपनियों के लिए मार्केटिंग का यह प्लेटफॉर्म कम खर्चीला है। इसकी वजह से कंपनियां इस क्षेत्र में विभिन्न प्रोफेशनल को मौके दे रही हैं। इसमें कंटेंट से लेकर वेब डेवलपर जैसे प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है।
डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में यह शीर्ष पदों में से एक है। इसके लिए इस क्षेत्र में कम से कम 5 से 7 वर्ष के कार्य अनुभव की आवश्यकता होती है। डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर पूरे मार्केटिंग डेवलपमेंट को ट्रैक करने, स्ट्रैट्जी बनाने, वेबसाइट को बेहतर बनाने का काम करते हैं। कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग की जिम्मेदारी इन पर ही होती है।
सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और सोशल मीडिया मैनेजर सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और मैनेजर सोशल मीडिया पर बदलते ट्रेंड्स पर नजर रखते हैं और फिर इसके अनुसार कंटेंट टीम के साथ प्लानिंग करते हैं। ये टीम के साथ मिलकर क्लाइंट के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले कंटेंट और वीडियो की प्लानिंग करते हैं और इसे तैयार करवाते हैं।
हालांकि इसका डिग्री कोर्स नहीं होते हैं, लेकिन कुछ संस्थानों में इसके सर्टिफिकेट कोर्स शुरू हुए हैं। इसके अलावा वेब जर्नलिज़्म के अनुभव के बाद इस क्षेत्र में कॅरिअर बनाया जा सकता है। इसके लिए छात्र मास कम्युनिकेशन या जर्नलिज़्म का बैचलर डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। कुछ वर्ष तक कंटेंट डेवलपमेंट में अनुभव के बाद सोशल मीडिया मैनेजर बन सकते हैं। बैचलर डिग्री के बाद एमबीए करने वाले छात्रों को बड़े पदों पर वरीयता दी जाती है।
वेब डेवलपर और वेब डिजाइनर वेब डेवलपर और वेब डिजाइनर का काम वेबसाइट बनाने से लेकर इसे मोडिफाई करने का होता है। इसके लिए जावा स्क्रिप्ट, जेक्वेरी, एचटीएमल, सीएसएस, वेब प्रोग्रामिंग की जानकारी जरूरी है। 12वीं करने के बाद कंप्यूटर साइंस से डिग्री चुके छात्र वेब डिजाइनिंग या वेब डेवलपमेंट का एडिशनल डिप्लोमा कर इसमें कॅरिअर बना सकते हैं।
कुछ अन्य जॉब प्रोफाइल डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और वेब डिजाइनर के अलावा भी इस क्षेत्र में जॉब की कई संभावनाएं हैं। इसमें प्रोफेशनल बतौर एनालिटिकल मैनेजर, सीआरएम मैनेजर, ई-मेल मार्केटिंग मैनेजर और ई-कॉमर्स मैनेजर काम कर सकते हैं।
कंपनियां कम खर्च कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना पा रही हैं। इसके लिए डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल की डिमांड भी बढ़ी है, जो इसे बेहतर समझते हैं। वर्तमान में इंटरनेट लोगों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब इंटरनेट लोगों की जरूरत बन चुका है। इंटरनेट का विस्तार ही इसे एक बेहतर बाजार के रूप में भी स्थापित करता है।
यह कंपनियों को ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाता है, जहां वे अपने व्यापार के विस्तार के लिए विभिन्न तरीकों से मार्केटिंग और एडवर्टाइजिंग कर सकती हैं। स्मार्टफोन की हर व्यक्ति तक पहुंच इसे और भी अासान बना देती है। यही कारण है कि देश मंे डिजिटल मार्केटिंग पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ी है और इसमें नए जॉब की संख्या भी बढ़ी है। 2016 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल मार्केटिंग मंे 2020 के अंत तक 15 लाख नई नौकरियां होंगी यानी कि वर्तमान में हर वर्ष इसमें औसतन 4 लाख नई नौकरियों के अवसर हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में कंपनियों द्वारा मीडिया पर लगभग 8 अरब डॉलर खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 1.78 अरब डॉलर डिजिटल एड पर और करीब 1 अरब डॉलर मोबाइल इंटरनेट एड पर खर्च किया जाएगा। जबकि 2019 में मीडिया पर किया जाने वाला कुल खर्च 8.50 अरब डॉलर से ज्यादा होगा, इसमें 2.17 अरब डॉलर डिजिटल विज्ञापन पर और 1.23 अरब डॉलर मोबाइल इंटरनेट विज्ञापन पर खर्च किया जाएगा। डिजिटल मार्केटिंग के तेजी से बढ़ने का एक बड़ा कारण इस पर आने वाला कम खर्च भी है। कम से कम 2 हजार लोगों तक पहुंचने के लिए ब्रॉडकॉस्ट मीडिया में 150 डॉलर, न्यूजपेपर में 250 डॉलर का खर्च आता है।
वहीं, इंटरनेट सर्च के माध्यम से 2 हजार लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 50 डॉलर और सोशल नेटवर्किंग से मात्र 75 डॉलर का खर्च अाता है। इससे कंपनियों के लिए मार्केटिंग का यह प्लेटफॉर्म कम खर्चीला है। इसकी वजह से कंपनियां इस क्षेत्र में विभिन्न प्रोफेशनल को मौके दे रही हैं। इसमें कंटेंट से लेकर वेब डेवलपर जैसे प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है।
डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में यह शीर्ष पदों में से एक है। इसके लिए इस क्षेत्र में कम से कम 5 से 7 वर्ष के कार्य अनुभव की आवश्यकता होती है। डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर पूरे मार्केटिंग डेवलपमेंट को ट्रैक करने, स्ट्रैट्जी बनाने, वेबसाइट को बेहतर बनाने का काम करते हैं। कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग की जिम्मेदारी इन पर ही होती है।
सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और सोशल मीडिया मैनेजर सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और मैनेजर सोशल मीडिया पर बदलते ट्रेंड्स पर नजर रखते हैं और फिर इसके अनुसार कंटेंट टीम के साथ प्लानिंग करते हैं। ये टीम के साथ मिलकर क्लाइंट के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले कंटेंट और वीडियो की प्लानिंग करते हैं और इसे तैयार करवाते हैं।
हालांकि इसका डिग्री कोर्स नहीं होते हैं, लेकिन कुछ संस्थानों में इसके सर्टिफिकेट कोर्स शुरू हुए हैं। इसके अलावा वेब जर्नलिज़्म के अनुभव के बाद इस क्षेत्र में कॅरिअर बनाया जा सकता है। इसके लिए छात्र मास कम्युनिकेशन या जर्नलिज़्म का बैचलर डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। कुछ वर्ष तक कंटेंट डेवलपमेंट में अनुभव के बाद सोशल मीडिया मैनेजर बन सकते हैं। बैचलर डिग्री के बाद एमबीए करने वाले छात्रों को बड़े पदों पर वरीयता दी जाती है।
वेब डेवलपर और वेब डिजाइनर वेब डेवलपर और वेब डिजाइनर का काम वेबसाइट बनाने से लेकर इसे मोडिफाई करने का होता है। इसके लिए जावा स्क्रिप्ट, जेक्वेरी, एचटीएमल, सीएसएस, वेब प्रोग्रामिंग की जानकारी जरूरी है। 12वीं करने के बाद कंप्यूटर साइंस से डिग्री चुके छात्र वेब डिजाइनिंग या वेब डेवलपमेंट का एडिशनल डिप्लोमा कर इसमें कॅरिअर बना सकते हैं।
कुछ अन्य जॉब प्रोफाइल डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, सोशल मीडिया एग्जीक्यूटिव और वेब डिजाइनर के अलावा भी इस क्षेत्र में जॉब की कई संभावनाएं हैं। इसमें प्रोफेशनल बतौर एनालिटिकल मैनेजर, सीआरएम मैनेजर, ई-मेल मार्केटिंग मैनेजर और ई-कॉमर्स मैनेजर काम कर सकते हैं।
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