खांसी में कफ का आयुर्वेदिक इलाज Kaf Khansi Kaise Dur Kare
20 December 2016
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Balgam wali khansi ka desi ilaj sukhi khansi ka syrup -सर्दी बढ़ने के साथ इंफ्यूलेएजा और राइनो वायरस डवलप हो रहा है. इस वायरस से ग्रसित होने पर जुकाम लगने के साथ खांसी और बुखार हो रहा है. रूटीन इम्युनिटी अच्छी होने पर जुकाम और खासी जल्द ठीक हो जाती है. इम्युनिटी कमजोर होने से निमोनिया होने की संभावना रहती है. निमोनिया में तेज बुखार और छाती में दर्द के साथ तेज खांसी हो सकती है. कई केसों में यह प्रॉब्लम गम्भीर हो जाती है.
डायग्नोस : सीबीसी की जांच और एक्स-रे करवाए. डायग्नोस जल्दी होने पर शुरू के तीन से पांच दिन में खासी ठीक हो जाती है.
इलाज : रूटीन खासी होने पर एंटीबॉयोटिक नही दे. शुरुआत में एंटी वायरस मेडिसिन टेमिफ्लू दे. इंफेक्शन से बचे. जुकाम को ज्यादा लंबा नही चलने दे. जुकाम का जल्द इलाज करवाए.
गर्म दूध में हल्दी और घी पिलाए
कफ युक्त्त खासी में सबसे पहले रोगी के शरीर से कफ को बाहर निकालने का उपचार दिया जाता है.
1. कफ युक्त खांसी में लक्ष्मी विलास की दो गोली सुबह और दो गोली शाम को गर्म पानी के साथ दे.
2. सुखी खांसी होने पर 4 ग्राम तालिसादी चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर दे.
3. अदरक का रस और तुलसी के पत्तो का रस गर्म कर उसे शहद में मिला कर रोगी को दिन में तीन बार दे.
4. सौठ, काली मिर्च, पीपल, तुलसी और अदरक का काढ़ा बनाकर दिन में तीन बार दे. सौठ, काली मिर्च और तुलसी को पीस कर तवे पर भूनकर मुनक्का के साथ दे. घी और हल्दी को गर्म कर गले पर लगाए इससे भी लाभ मिलेगा. एक पाव दूध में एक पाव पानी मिलाए. इसे उबाले और जब पानी जल जाए और सिर्फ दूध रह जाए तब उसमें एक चम्मच गाय का घी डाल कर रोगी को पिलाए. इसके बाद पानी नही पिए सिर्फ सो जाए.
इलाज : रूटीन खासी होने पर एंटीबॉयोटिक नही दे. शुरुआत में एंटी वायरस मेडिसिन टेमिफ्लू दे. इंफेक्शन से बचे. जुकाम को ज्यादा लंबा नही चलने दे. जुकाम का जल्द इलाज करवाए.
गर्म दूध में हल्दी और घी पिलाए
कफ युक्त्त खासी में सबसे पहले रोगी के शरीर से कफ को बाहर निकालने का उपचार दिया जाता है.
1. कफ युक्त खांसी में लक्ष्मी विलास की दो गोली सुबह और दो गोली शाम को गर्म पानी के साथ दे.
2. सुखी खांसी होने पर 4 ग्राम तालिसादी चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर दे.
3. अदरक का रस और तुलसी के पत्तो का रस गर्म कर उसे शहद में मिला कर रोगी को दिन में तीन बार दे.
4. सौठ, काली मिर्च, पीपल, तुलसी और अदरक का काढ़ा बनाकर दिन में तीन बार दे. सौठ, काली मिर्च और तुलसी को पीस कर तवे पर भूनकर मुनक्का के साथ दे. घी और हल्दी को गर्म कर गले पर लगाए इससे भी लाभ मिलेगा. एक पाव दूध में एक पाव पानी मिलाए. इसे उबाले और जब पानी जल जाए और सिर्फ दूध रह जाए तब उसमें एक चम्मच गाय का घी डाल कर रोगी को पिलाए. इसके बाद पानी नही पिए सिर्फ सो जाए.
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दालचीनी, अदरक, तुलसी की चाय से मिलेगा आराम
खांसी होने पर सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी करके उसमें एक चुटकी नमक मिलाकर गरारे करे. बलगम भी जमा नही होता. दालचीनी, अदरक, तुलसी की चाय बनाकर शहद मिलाकर पीने भी खांसी दूर होती है. कफ दूर करने के लिए तुलसी के पत्तो की भाप दी जाती है. एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है. हल्दी चाय बनाने के लिए एक बड़ा चम्मच हल्दी चार कप उबले पानी में डालकर थोड़ी देर उबाले. छानकर नींबू और शहद मिलाकर पीने से भी राहत मिलती है, काली मिर्च को शहद या घी के साथ सेवन करने से भी खांसी ठीक होती है. 2 ग्राम हल्दी को घी या शहद के साथ लेने पर आराम मिलता है.
खांसी होने पर सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी करके उसमें एक चुटकी नमक मिलाकर गरारे करे. बलगम भी जमा नही होता. दालचीनी, अदरक, तुलसी की चाय बनाकर शहद मिलाकर पीने भी खांसी दूर होती है. कफ दूर करने के लिए तुलसी के पत्तो की भाप दी जाती है. एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है. हल्दी चाय बनाने के लिए एक बड़ा चम्मच हल्दी चार कप उबले पानी में डालकर थोड़ी देर उबाले. छानकर नींबू और शहद मिलाकर पीने से भी राहत मिलती है, काली मिर्च को शहद या घी के साथ सेवन करने से भी खांसी ठीक होती है. 2 ग्राम हल्दी को घी या शहद के साथ लेने पर आराम मिलता है.
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