थकान कमजोरी कारण दूर करने के उपाय body weakness treatment
23 July 2023
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Weakness meaning in hindi- अनियमित रक्तचाप और मिनरल्स की शरीर में कमी के चलते शारीरिक कार्यक्षमता में कमी आने को दुर्बलता(fatigue) कहते है,
गर्मियों के मौसम में तो आम बात हो जाती है, उमस या तेज़ धूप में शरीर का पानी पसीने के रूप में निकलता है। इसलिए पानी से भरपूर सब्ज़ियां, रसीले फल व ठंडी तासीर वाले खाद्य के माध्यम से शरीर में पानी की पूर्ति करना बेहद ज़रूरी है।
आगे पढे- सलाद खाने के फायदे salad ke fayde
इससे लू, जैसी दिक़्क़तों से बचा जा सकता है। सुस्ती भगाने के उपाय
गर्मियों के मौसम में तो आम बात हो जाती है, उमस या तेज़ धूप में शरीर का पानी पसीने के रूप में निकलता है। इसलिए पानी से भरपूर सब्ज़ियां, रसीले फल व ठंडी तासीर वाले खाद्य के माध्यम से शरीर में पानी की पूर्ति करना बेहद ज़रूरी है।
आगे पढे- सलाद खाने के फायदे salad ke fayde
इससे लू, जैसी दिक़्क़तों से बचा जा सकता है। सुस्ती भगाने के उपाय
गर्मियों में सुबह की शुरुआत शहद के साथ की जाए, तो दिनभर शरीर हाइड्रेटेड रहता है। सादे पानी में शहद डालकर पीने से पाचन सम्बंधी परेशानियां नहीं होंगी और आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करेंगे।
इसका एंटीटॉक्सिन गुण रक्त साफ़ करता है, जिससे चेहरे पर निखार भी आता है।
आदर्श मात्रा- एक चम्मच शहद पर्याप्त है।
दही...
इसमें मौजूद बैक्टीरिया पाचनतंत्र को स्वस्थ रखते हैं। इसे मठा, लस्सी या रायता जैसे कई रूपों में लिया जा सकता है। आप चाहें तो दही में फलों व सब्जि़याें के टुकड़े मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
गर्मियों के मौसम में दिन के भोजन में दही ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा कैरी का पना भी अच्छा विकल्प है। कैरी पना दिन में लेते हैं, तो दही रात के भोजन में लें।
आदर्श मात्रा- 100 ग्राम यानी एक कटोरी दही लें।
नारियल पानी...
गर्मी से राहत के लिए सोडायुक्त पेय की तुलना में यह प्राकृतिक विकल्प बेहतर है। इसमें इलेक्ट्रॉलाइट्स और ज़रूरी खनिज-लवण होते हैं। ये शरीर में पानी और रक्तसंचार बनाए रखने में सहायक हैं।
इसका बैक्टीरिया रोधी गुण शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसमें शर्करा फ्रुक्टोज़ के रूप में पाई जाती है, जो धीरे-धीरे पचती है। इस कारण मधुमेह के मरीज़ भी इसका सेवन कर सकते हैं।
आदर्श मात्रा- एक नारियल पानी या इच्छानुसार रोज़ पिएं।
तरबूज़...
इसमें भरपूर पानी होता है, जो गर्म मौसम में शरीर को पानी की कमी से बचाता है। इसे आप मॉकटेल के रूप में भी ले सकते हैं। यह फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो पाचन दुरुस्त रखता है। इसी प्रकार से खरबूजा भी है, जाे 90 फ़ीसदी पानी है।
इससे घुलनशील फाइबर मिलता है, जिसके सेवन के बाद जल्दी भूख नहीं लगती। इनके अलावा सभी प्रकार के खट्टे फल जैसे संतरा, मौसम्बी, लीची और अंगूर आदि का भी ख़ूब सेवन करें।
आदर्श मात्रा- 300 ग्राम तरबूज व मॉकटेल के लिए 500 ग्राम मात्रा लें।
हरी पत्तेदार सब्जि़यां...
खीरा...
सलाद के रूप में खीरा का सेवन गर्मियों में रोज़ाना करना चाहिए। इससे शरीर को शीतलता मिलती है। साथ ही यह कब्ज़ की समस्या भी दूर करती है। इसके साथ टमाटर भी खाना फ़ायदेमंद है।
इसमें मौजूद लाइकाेपिन त्वचा को धूप के दुष्प्रभावों से बचाता है। आहार में प्याज़ शामिल करने से भी शरीर की गर्मी नियंत्रित रहती है।
आदर्श मात्रा- 100 ग्राम या इच्छानुसार भी ले सकते हैं।
आइस टी...
जिन लोगों का चाय पिए बगै़र दिल नहीं मानता, उन्हें गर्मियों में आइस्ड टी का विकल्प अपनाना चाहिए। ब्लैक टी या हर्बल टी को रेफ्रिजरेटर में कुछ देर ठंडा करके इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर सेवन कीजिए।
लेकिन ध्यान रखें कि इसमें कैफ़ीन होता है, जिससे अिधक यूरिनेशन की समस्या होती है। इसलिए सीमित मात्रा में ही लें।
आदर्श मात्रा- दिन में एक या दो छोटे कप चाय सामान्य व्यक्ति के लिए पर्याप्त है
इसका एंटीटॉक्सिन गुण रक्त साफ़ करता है, जिससे चेहरे पर निखार भी आता है।
आदर्श मात्रा- एक चम्मच शहद पर्याप्त है।
दही...
इसमें मौजूद बैक्टीरिया पाचनतंत्र को स्वस्थ रखते हैं। इसे मठा, लस्सी या रायता जैसे कई रूपों में लिया जा सकता है। आप चाहें तो दही में फलों व सब्जि़याें के टुकड़े मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
गर्मियों के मौसम में दिन के भोजन में दही ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा कैरी का पना भी अच्छा विकल्प है। कैरी पना दिन में लेते हैं, तो दही रात के भोजन में लें।
आदर्श मात्रा- 100 ग्राम यानी एक कटोरी दही लें।
नारियल पानी...
गर्मी से राहत के लिए सोडायुक्त पेय की तुलना में यह प्राकृतिक विकल्प बेहतर है। इसमें इलेक्ट्रॉलाइट्स और ज़रूरी खनिज-लवण होते हैं। ये शरीर में पानी और रक्तसंचार बनाए रखने में सहायक हैं।
इसका बैक्टीरिया रोधी गुण शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसमें शर्करा फ्रुक्टोज़ के रूप में पाई जाती है, जो धीरे-धीरे पचती है। इस कारण मधुमेह के मरीज़ भी इसका सेवन कर सकते हैं।
आदर्श मात्रा- एक नारियल पानी या इच्छानुसार रोज़ पिएं।
तरबूज़...
इसमें भरपूर पानी होता है, जो गर्म मौसम में शरीर को पानी की कमी से बचाता है। इसे आप मॉकटेल के रूप में भी ले सकते हैं। यह फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो पाचन दुरुस्त रखता है। इसी प्रकार से खरबूजा भी है, जाे 90 फ़ीसदी पानी है।
इससे घुलनशील फाइबर मिलता है, जिसके सेवन के बाद जल्दी भूख नहीं लगती। इनके अलावा सभी प्रकार के खट्टे फल जैसे संतरा, मौसम्बी, लीची और अंगूर आदि का भी ख़ूब सेवन करें।
आदर्श मात्रा- 300 ग्राम तरबूज व मॉकटेल के लिए 500 ग्राम मात्रा लें।
हरी पत्तेदार सब्जि़यां...
गिल्की, लौकी और कद्दू का ख़ूब सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में पानी मौजूद होता है। सभी प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जि़यों को दाल के साथ पकाया जाए, तो यह सेहत के लिए भी बेहतर हो सकता है।
ध्यान रखें कि इन्हें ज्य़ादा न पकाएं, नहीं तो इनका पानी सूख जाएगा। इसके अलावा हरे धनिए और पुदीने की चटनी का भी नियमित सेवन करें। ये भी शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखते हैं।
आदर्श मात्रा- 100-100 ग्राम सब्ज़ी की मात्रा दिन में तीन बार ज़रूर लें।
ध्यान रखें कि इन्हें ज्य़ादा न पकाएं, नहीं तो इनका पानी सूख जाएगा। इसके अलावा हरे धनिए और पुदीने की चटनी का भी नियमित सेवन करें। ये भी शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखते हैं।
आदर्श मात्रा- 100-100 ग्राम सब्ज़ी की मात्रा दिन में तीन बार ज़रूर लें।
खीरा...
सलाद के रूप में खीरा का सेवन गर्मियों में रोज़ाना करना चाहिए। इससे शरीर को शीतलता मिलती है। साथ ही यह कब्ज़ की समस्या भी दूर करती है। इसके साथ टमाटर भी खाना फ़ायदेमंद है।
इसमें मौजूद लाइकाेपिन त्वचा को धूप के दुष्प्रभावों से बचाता है। आहार में प्याज़ शामिल करने से भी शरीर की गर्मी नियंत्रित रहती है।
आदर्श मात्रा- 100 ग्राम या इच्छानुसार भी ले सकते हैं।
आइस टी...
जिन लोगों का चाय पिए बगै़र दिल नहीं मानता, उन्हें गर्मियों में आइस्ड टी का विकल्प अपनाना चाहिए। ब्लैक टी या हर्बल टी को रेफ्रिजरेटर में कुछ देर ठंडा करके इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर सेवन कीजिए।
लेकिन ध्यान रखें कि इसमें कैफ़ीन होता है, जिससे अिधक यूरिनेशन की समस्या होती है। इसलिए सीमित मात्रा में ही लें।
आदर्श मात्रा- दिन में एक या दो छोटे कप चाय सामान्य व्यक्ति के लिए पर्याप्त है
Marne ka dar hameha kyo rahta gai
ReplyDeleteKoi aur upey bataye
ReplyDeleteChawanprash capsules are well known for their effectiveness in treating general weakness problem. It helps to improve the overall health and vitality and prevent aging.
ReplyDeleteFatigue, also known as tiredness, exhaustion, weariness, lethargy and listlessness, is a term used to describe the general feeling of being tired and weak. It can be related to physical or mental tiredness. Try out chawanprash capsule for chronic fatigue.
ReplyDeletekya koi dawai bhi available he jissse me apni sehat me sudhar la saku...
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