कड़कती ठंड में ऐसा होता है बंदरों का हाल winter season in india essay
26 December 2015
सर्दियों में जब हम इंसानों का जीना मुहाल हो जाता है, तो सोचिए जानवरों का क्या होता होगा। इंसान तो फिर भी कपड़ों पर कपड़े लाद कर खुद के लिए गर्मी का इंतजाम कर लेते हैं लेकिन जानवरों के पास कुछ होता है तो बस उनके बाल।
इन बंदरों को देख कर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठंड में जानवर किस स्थिति से गुजरते हैं।
ये तस्वीरें हैं जापान के नैगोनो की जहां तापमान शून्य से भी कम होने पर बंदर गर्म पानी वाली योकोयू नदी में डुबकी मारते दिखते हैं।जापान के बर्फीले इलाकों में रहने वाले बंदर इस तरह बर्फ से ढक जाते हैं। इस इलाके को हेल्स वैली यानी नरक की घाटी भी कहते हैं। अंधेरा होने पर ये बंदर मजबूरन अपने घरों में लौट जाते हैं। वरना तो पूरा दिन इनका इसी गर्म पानी में गुजरता है।ये तस्वीरें नीदरलैंड के फोटोग्राफर रॉन गेसेल ने नागानो के जीकोकुडानी पार्क में ली हैं। कुछ बंदर एक दूसरे के बाल सवांरते दिख रहे हैं तो कुछ अपने बच्चों को संभालते हुए। यह पार्क 1964 में खुला था और यहां हजारों लोग जापानी बंदरों को देखने आते हैं। तस्वीरें-मिरर से।
इन बंदरों को देख कर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठंड में जानवर किस स्थिति से गुजरते हैं।
ये तस्वीरें हैं जापान के नैगोनो की जहां तापमान शून्य से भी कम होने पर बंदर गर्म पानी वाली योकोयू नदी में डुबकी मारते दिखते हैं।जापान के बर्फीले इलाकों में रहने वाले बंदर इस तरह बर्फ से ढक जाते हैं। इस इलाके को हेल्स वैली यानी नरक की घाटी भी कहते हैं। अंधेरा होने पर ये बंदर मजबूरन अपने घरों में लौट जाते हैं। वरना तो पूरा दिन इनका इसी गर्म पानी में गुजरता है।ये तस्वीरें नीदरलैंड के फोटोग्राफर रॉन गेसेल ने नागानो के जीकोकुडानी पार्क में ली हैं। कुछ बंदर एक दूसरे के बाल सवांरते दिख रहे हैं तो कुछ अपने बच्चों को संभालते हुए। यह पार्क 1964 में खुला था और यहां हजारों लोग जापानी बंदरों को देखने आते हैं। तस्वीरें-मिरर से।