हस्ताक्षर कर विवादों में फंसे प्रधानमंत्री Modi signature the Tricolour run afoul of the Flag Code of India
28 September 2015
न्यूयॉर्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए विवाद में घिर गए हैं। उन्होंने सेलिब्रिटी शेफ विकास खन्ना को तिरंगे पर ही ऑटोग्राफ दे दिया। विकास यह तिरंगा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गिफ्ट में देने के लिए लाए थे। विकास ने यह कपड़ा मीडिया को दिखाया तो विवाद हो गया। दरअसल, फ्लैग कोड 2002 के मुताबिक तिरंगे पर कुछ भी लिखना उसका अपमान है। खन्ना ने गुरुवार रात फॉर्च्यून -500 कंपनियों के सीईओ के लिए आयोजित प्रधानमंत्री के डिनर का मीनू तैयार किया था। इसीलिए मोदी ने उन्हें खास कपड़े पर ऑटोग्राफ दिए थे। जब यह मामला सामने आया तो सोशल मीडिया पर मोदी आलोचनाओं से घिर गए। खबरों के मुताबिक, विवाद होने पर अफसरों ने खन्ना से तिरंगा वापस ले लिया है।
हालांकि, सरकार के प्रवक्ता फ्रेंक नरोन्हा ने इसका खंडन किया है। उन्होंने कहा, alt147एक विकलांग लड़की ने अपने पैरों से कपड़ा बुना था। इसमें न तो सफेद रंग था और न ही चक्र। प्रधानमंत्री ने सहानुभूतिवश उस पर हस्ताक्षर किए। इसे जब्त करने की खबरें भी बेबुनियाद हैं।'
कोई भी तिरंगे से बड़ा नहीं : कांग्रेस कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, alt147हम भाजपा जैसी छोटी सोच वाले नहीं है। प्रधानमंत्री के दफ्तर का सम्मान करते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए कि आपका कद कितना ही बड़ा क्यों न हो, राष्ट्रध्वज से ऊंचा नहीं हो सकता।' कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, alt147क्या प्रधानमंत्री ने फ्लैग कोड 2002 के पैरा-2.1, 3.28 और सब पैरा-6 को पढ़ा है। यह कहता है कि राष्ट्रध्वज पर कुछ भी लिखना दुरुपयोग है। ऐसा करने पर तीन साल की सजा का प्रावधान है।' भाजपा ने इस विवाद को बेबुनियाद करार दिया है