पीरियड्स के दौरान वर्जित है हित में निषेध नियम mc period hindi
20 June 2019
Add Comment
Full form of mc = Menstrual Cycle (periods)
कहते हैं भगवान की सबसे खूबसूरत रचना स्त्री है पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक कोमल और भावुक होती हैं
स्त्री और पुरुष में ईश्वर ने अनेक भिन्नताएं दी हैं।जैसा कि हमें मालूम है कि मासिक धर्म के समय महिलाओं का धर्म के अनुसार कुछ कार्य करना वर्जित है यह परंपरा सदियों से चली आ रही है तथा आज की 21वीं शताब्दी में इसका विरोध तक हो रहा है।
मासिक धर्म महिलाओं के मासिक आरोग्य से जुड़ी एक प्राकृतिक घटना है, जिसमें गंदे खून का रिसाव सामान्यतः हर 28 दिन पर होता है। यह स्थिति 5 से 7 दिन तक चलती है। वस्तुतः इस बारे में कई प्रकार के भ्रम फैले हुए हैं।
विधिशास्त्रों ने महिलाओं के लिए कई निषेध नियमों का सूत्रपात किया, जिनके आधार पर समाज में महिलाओं को इस विशेष काल के दौरान कई तरह के दिशानिर्देशों का पालन करना होता है। भौगोलिक-सांस्कृतिक रूप से एशिया के कई देश बेहद नजदीक रहे हैं।
ऐसे में हिंदुस्तान में प्रचलित यह निषेध नियम आस-पड़ोस के देशों सहित दूर-दराज के इलाकों तक समान रूप से लागू होते हैं। इनमें भेद सिर्फ मात्रा या लागू करने के तरीकों को लेकर है।
यह परंपरा सिर्फ हिन्दू ही नहीं अपनाते बल्कि मुसलमान भी इसका पालन करते हैं तथा रोज़ा के वक़्त जिस महिला को मासिक धर्म हो रहा है वह रोज़ा नहीं रख सकती तथा नमाज़ भी अदा नहीं कर सकती।साथ ही साथ हिन्दुओं में मंदिर जाना, खाना बनाना, किसी धार्मिक कृत्य में भाग लेना आदि कार्य वर्जित हैं।
अमूमन जब कोई लड़की 12 वर्ष की हो जाती है तब से मासिक धर्म की शुरुआत हो जाती है तथा हर माह एक बार यह अवश्य होता है। यह स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति है और आवश्यक भी है।
स्त्री और पुरुष में ईश्वर ने अनेक भिन्नताएं दी हैं।जैसा कि हमें मालूम है कि मासिक धर्म के समय महिलाओं का धर्म के अनुसार कुछ कार्य करना वर्जित है यह परंपरा सदियों से चली आ रही है तथा आज की 21वीं शताब्दी में इसका विरोध तक हो रहा है।
मासिक धर्म महिलाओं के मासिक आरोग्य से जुड़ी एक प्राकृतिक घटना है, जिसमें गंदे खून का रिसाव सामान्यतः हर 28 दिन पर होता है। यह स्थिति 5 से 7 दिन तक चलती है। वस्तुतः इस बारे में कई प्रकार के भ्रम फैले हुए हैं।
विधिशास्त्रों ने महिलाओं के लिए कई निषेध नियमों का सूत्रपात किया, जिनके आधार पर समाज में महिलाओं को इस विशेष काल के दौरान कई तरह के दिशानिर्देशों का पालन करना होता है। भौगोलिक-सांस्कृतिक रूप से एशिया के कई देश बेहद नजदीक रहे हैं।
ऐसे में हिंदुस्तान में प्रचलित यह निषेध नियम आस-पड़ोस के देशों सहित दूर-दराज के इलाकों तक समान रूप से लागू होते हैं। इनमें भेद सिर्फ मात्रा या लागू करने के तरीकों को लेकर है।
अनेक धार्मिक कृत्य वर्जित
यह परंपरा सिर्फ हिन्दू ही नहीं अपनाते बल्कि मुसलमान भी इसका पालन करते हैं तथा रोज़ा के वक़्त जिस महिला को मासिक धर्म हो रहा है वह रोज़ा नहीं रख सकती तथा नमाज़ भी अदा नहीं कर सकती।साथ ही साथ हिन्दुओं में मंदिर जाना, खाना बनाना, किसी धार्मिक कृत्य में भाग लेना आदि कार्य वर्जित हैं।
आगे क्लिक से जाने पुरुषों के 6 अंग जो हर महिला को पसंद हे Attractive body partsमहिलाएं इस दौरान एक प्रकार से उपेक्षित महसूस करती हैं। इस दौरान महिलाएं कमजोर हो जाती हैं। उनको न सिर्फ कमजोरी बल्कि चिड़चिड़ाहट भी महसूस होती है। साथ ही साथ पैर, पेट तथा पूरे शरीर में दर्द होता है। वास्तव में यह स्थिति काफी कष्टदायक होती है।
अमूमन जब कोई लड़की 12 वर्ष की हो जाती है तब से मासिक धर्म की शुरुआत हो जाती है तथा हर माह एक बार यह अवश्य होता है। यह स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति है और आवश्यक भी है।
0 Response to "पीरियड्स के दौरान वर्जित है हित में निषेध नियम mc period hindi"
Post a Comment