गैस की रामबाण दवा 12 तुरंत समस्या का समाधान Gas acidity treatment in hindi pet ilaj dawa
1 May 2018
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Acidity meaning एसिडिटी तब होती है जब पेट के गैस्ट्रिक ग्रंथियों में एसिड का अतिरिक्त स्राव होता है जिससे चेस्ट यानी सीने में जलन या दर्द भी होने लगता है यह आम तौर पर जब हम मसालेदार भोजन खाते हैं तब Gas और acidity की समस्या उत्पन्न होने लगती है बहुत लोगो ने पूछा था पतंजलि गैस की दवा
गैस की आयुर्वेदिक दवा
गैस का आयुर्वेदिक दवा
गैस की अंग्रेजी दवा
गैस की समस्या से छुटकारा
गैस की टेबलेट
गैस के लक्षण
गैस की समस्या का समाधान
- चाय या कॉफी पेट में गैस/एसिडिटी बनने का प्रमुख कारण है
- देर से पचने वाली चीजों के सेवन से
- अनियमित चटपटा मसालेदार भोजन करना
- पानी काम पीने से
Acidity symptoms in chest in hindi
खट्टी डकारे आना या पेट में जलन या दर्द का होना अगर बिना कुछ खाए हीं खट्टी डकारे आ रहा हो तो acidity की समस्या के हीं लक्षण हो सकते है
पेट फूलना कई बार ज्यादा खा लेने से या ज्यादा पानी पी लेने से थोड़ी देर के लिए पेट फूल जाता है और फिर खुद ब खुद खाना पच जाने के बाद वह अपने सही हो जाता है लेकिन वही पेट जब बिना किसी कारण के फूला हुआ हो और tight महशुस हो तो वो अम्लपित्त का symptoms हो सकता है
Vomiting और मुंह में खट्टा पानी आना – बार बार मुंह में खट्टा पानी आना या फिर कुछ भी खाते हीं उल्टी(vometing) हो जाना भी acidity का हीं symptoms होता है
साँस लेने में problem होना – अगर आपको ह्रदय से जुड़ा हुआ कोई भी बीमारी नहीं है उसके बावजूद भी आपको सांस लेने में problem हो रहा हो तो ये acidity का symptoms हो सकता है । बेहतर होगा की इस symptoms के दिखने पर आप किसी अच्छे heart के doctor से दिखवा लें
गैस की समस्या का घरेलु इलाज 6 तरीके
1. पानी - गुनगुना पानी पीने से न सिर्फ पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है बल्कि गैस भी नहीं बनती।गैस्ट्रिक की समस्या अधिक हो तो गर्म पानी के साथ अज्वाइन या जीरा खाने से तुरंत आराम मिलता है। खाना खाने के बाद गुनगुना पानी पीना चाहिए।
2. काली मिर्च- काली मिर्च का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। आयुर्वेद में काली मिर्च को पेट के लिए अचूक दवा माना गया है। इसके सेवन से शरीर में लार और गैस्ट्रिक जूस की मात्रा बढ़ती है।जिससे पाचन आसानी से होता है और गैस्ट्रिक दिक्कतें दूर होती हैं।
3. लस्सी - पेट में जलन और अपच दूर करने में छाछ लाभकारी है। इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है और इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड गैस्ट्रिक समस्याओं को भी दूर करता है
आगे पढ़े - क्यों होती है गैस बनने की समस्या पादने में दुर्गन्ध की बजह
4. सौंफ - सौंफ मुंह का स्वाद तो बढ़ाती ही है। साथ ही साथ इसके सेवन से गैस्ट्रिक व एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करना चाहिए। इससे पेट की परेशानियों से लाभ मिलता है।
5. अदरक - अदरक के रस में गर्म पानी और शक्कर मिलाएं और इसका सेवन करें। अदरक वाली चाय भी पी सकते हैं।
6. नींबू - नींबू के रस में पानी मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या नहीं होती है और पाचन ठीक रहता है। नींबू के सेवन गैस्ट्रिक, अपच, हार्ट बर्न जैसी समस्याओं के उपचार में मददगार माना गया है। इसका सेवन खाली पेट सेवन करना चाहिए
best medicine for gas and acidity
एसिडिटी के इलाज के लिए पतंजलि(patanjali medicine for acidity and gas) Divya avipattikar churna से भी treatment किया जाता है. यह चूर्ण एसिडिटी Control में करता है और पाचन तंत्र से जुडी समस्याओं में भी राहत दिलाता हैं रामदेव बाबा की एसिडिटी के लिए आयुर्वेदिक मेडिसिन Divya avipattikar churna का उपयोग दिन में 2 बार भोजन करने के बाद 2-4 चम्मच सेवन करना चाहिए यह चूर्ण पेट में जलन अम्लपित्त खट्टी डकारे, खाना खाने के बाद उलटी जैसे मन होना आदि के उपचार के लिए बहुत उपयोगी होती हैं.आगे पढ़े - स्टैमिना कामवासना उत्तेजित करने वाला 10 पदार्थ
Acidity Ke Liye Yoga Kare अगर आपके पास सुबह 15 minute का समय हो तो आपको एसिडिटी के लिए योग जरूर करना चाहिए. योगासन और प्राणायाम के जरिये एसिडिटी का उपचार बड़ी आसानी से हो सकता है. इसके साथ योगासन से आप शरीर को निर्गुण, स्वस्थ और शरीर का योवन सदा बनाये रख सकते हैं.
- चाय या कॉफी पेट में गैस/एसिडिटी बनने का प्रमुख कारण है
- देर से पचने वाली चीजों के सेवन से
- अनियमित चटपटा मसालेदार भोजन करना
- पानी काम पीने से
Acidity symptoms in chest in hindi
खट्टी डकारे आना या पेट में जलन या दर्द का होना अगर बिना कुछ खाए हीं खट्टी डकारे आ रहा हो तो acidity की समस्या के हीं लक्षण हो सकते है
पेट फूलना कई बार ज्यादा खा लेने से या ज्यादा पानी पी लेने से थोड़ी देर के लिए पेट फूल जाता है और फिर खुद ब खुद खाना पच जाने के बाद वह अपने सही हो जाता है लेकिन वही पेट जब बिना किसी कारण के फूला हुआ हो और tight महशुस हो तो वो अम्लपित्त का symptoms हो सकता है
Vomiting और मुंह में खट्टा पानी आना – बार बार मुंह में खट्टा पानी आना या फिर कुछ भी खाते हीं उल्टी(vometing) हो जाना भी acidity का हीं symptoms होता है
साँस लेने में problem होना – अगर आपको ह्रदय से जुड़ा हुआ कोई भी बीमारी नहीं है उसके बावजूद भी आपको सांस लेने में problem हो रहा हो तो ये acidity का symptoms हो सकता है । बेहतर होगा की इस symptoms के दिखने पर आप किसी अच्छे heart के doctor से दिखवा लें
गैस की समस्या का घरेलु इलाज 6 तरीके
1. पानी - गुनगुना पानी पीने से न सिर्फ पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है बल्कि गैस भी नहीं बनती।गैस्ट्रिक की समस्या अधिक हो तो गर्म पानी के साथ अज्वाइन या जीरा खाने से तुरंत आराम मिलता है। खाना खाने के बाद गुनगुना पानी पीना चाहिए।
2. काली मिर्च- काली मिर्च का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। आयुर्वेद में काली मिर्च को पेट के लिए अचूक दवा माना गया है। इसके सेवन से शरीर में लार और गैस्ट्रिक जूस की मात्रा बढ़ती है।जिससे पाचन आसानी से होता है और गैस्ट्रिक दिक्कतें दूर होती हैं।
3. लस्सी - पेट में जलन और अपच दूर करने में छाछ लाभकारी है। इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है और इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड गैस्ट्रिक समस्याओं को भी दूर करता है
आगे पढ़े - क्यों होती है गैस बनने की समस्या पादने में दुर्गन्ध की बजह
4. सौंफ - सौंफ मुंह का स्वाद तो बढ़ाती ही है। साथ ही साथ इसके सेवन से गैस्ट्रिक व एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करना चाहिए। इससे पेट की परेशानियों से लाभ मिलता है।
5. अदरक - अदरक के रस में गर्म पानी और शक्कर मिलाएं और इसका सेवन करें। अदरक वाली चाय भी पी सकते हैं।
6. नींबू - नींबू के रस में पानी मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या नहीं होती है और पाचन ठीक रहता है। नींबू के सेवन गैस्ट्रिक, अपच, हार्ट बर्न जैसी समस्याओं के उपचार में मददगार माना गया है। इसका सेवन खाली पेट सेवन करना चाहिए
best medicine for gas and acidity
एसिडिटी के इलाज के लिए पतंजलि(patanjali medicine for acidity and gas) Divya avipattikar churna से भी treatment किया जाता है. यह चूर्ण एसिडिटी Control में करता है और पाचन तंत्र से जुडी समस्याओं में भी राहत दिलाता हैं रामदेव बाबा की एसिडिटी के लिए आयुर्वेदिक मेडिसिन Divya avipattikar churna का उपयोग दिन में 2 बार भोजन करने के बाद 2-4 चम्मच सेवन करना चाहिए यह चूर्ण पेट में जलन अम्लपित्त खट्टी डकारे, खाना खाने के बाद उलटी जैसे मन होना आदि के उपचार के लिए बहुत उपयोगी होती हैं.आगे पढ़े - स्टैमिना कामवासना उत्तेजित करने वाला 10 पदार्थ
Acidity Ke Liye Yoga Kare अगर आपके पास सुबह 15 minute का समय हो तो आपको एसिडिटी के लिए योग जरूर करना चाहिए. योगासन और प्राणायाम के जरिये एसिडिटी का उपचार बड़ी आसानी से हो सकता है. इसके साथ योगासन से आप शरीर को निर्गुण, स्वस्थ और शरीर का योवन सदा बनाये रख सकते हैं.
- Kapalabhati Pranayama
- Anulom Vilom Pranayama
- Pawanamuktasana Yoga
- Halasana Yoga
- Ushtra Asana Yoga
- Bhastrika Pranayama
- Vajrasana Yoga
Nice post. Valuable information. Acidity is a common issues but if not treated then the situation can be worsened.
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