लडकी का सफेद पानी व्हाइट डिस्चार्ज leucorrhea treatment in hindi
7 January 2016
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सफेद पानी आना, श्वेत प्रदर या ल्यूकोरिआ, लिकोरिआ (Leukorrhea) - महिलाओ, लड़कीओ में होने वाली एक बीमारी है जिसमें योनि से सफेद रंग का गाढा कभी कभी योनी मार्ग से हरा पीला मिश्रित स्राव जलन के साथ कमजोरी का महसूस होना व बदबूदार पानी आता है जिसकी बजय से वे बहुत क्षीण तथा दुर्बल हो जाती है महिलाओं में श्वेत-प्रदर रोग एक आम बात है। ये गुप्तांगों से पानी जैसा बहने वाला स्त्राव होता है। यह खुद कोई रोग नहीं होता परंतु अन्य कई रोगों के कारण होता है। श्वेत प्रदर वास्तव में एक बीमारी नहीं है बल्कि किसी अन्य योनिगत या गर्भाशयगत व्याधि का लक्षण है; या सामान्यतः प्रजनन अंगों में सूजन का बोधक है।
केले ल्यूकोरिया के लिए एक अच्छा घर उपाय कर रहे हैं। फल भी समस्या के साथ हो सकता है कि पाचन की गड़बड़ी और सुस्ती तरह की शिकायतों के निवारण में उपयोगी है।
नियंत्रण ल्यूकोरिया मदद करने के लिए प्रतिदिन दो अतिपक्व केले खाओ।
तुम भी पाउडर Palmyrah कैंडी के दो चम्मच के साथ केले के फूल का रस के दो बड़े चम्मच मिश्रण कर सकते हैं और यह एक बार दैनिक है।
भारतीय करौदा
यह भी अमला के रूप में जाना भारतीय करौदा, योनि स्वास्थ्य के लिए यह बेहद फायदेमंद है कि बनाने के विरोधी संक्रमण गुण है। इसके अलावा, अपने उच्च विटामिन सी सामग्री अपने शरीर को समस्या से लड़ने में मदद करने के लिए अपने प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है।
एक मोटी पेस्ट बनाने के लिए पर्याप्त शहद के साथ भारतीय करौदा बिजली के एक या दो चम्मच मिलाएं। के बारे में एक सप्ताह के लिए दिन में दो बार इस मिश्रण है।
एक अन्य विकल्प मात्रा आधे से कम है जब तक पानी की एक कप में सूखे आंवले रूट पाउडर का एक चम्मच फोड़ा करने के लिए है। एक छोटे से चीनी या शहद जोड़ सकते हैं और हर सुबह एक खाली पेट पर इसे पीते हैं।
शतावर (Asparagus Racemosus) की ताज़ी कंदमूल या सूखी जड़ो का चूर्ण 5-10 ग्राम स्वादानुसार जीरे के चूर्ण के साथ 1 कप ढूध में सुबह खाली पेट में पिलाने से कमजोरी औ तनाव से होने वाली श्वेत वाली प्रदर 2-3 सप्ताह में ठीक हो जाती है |
ब्राम्ही, बेंग साग (Centella asiatica) का चूर्ण दो छोटी चम्मच या उसका स्वरस 1-2 चाये की चम्मच दिन में दो बार मिसरी के साथ 15 -20 दिन तक दें।
अरहर(Canjanus cajan) के पत्तों का स्वरस ( बिना पानी मिलाये ) एक चम्मच दिन में दो बार 12-15 दिन तक दें।अथवा अरहर का जूस, सेंधा नमक में मिलकर दिन में एक बार 30 दिनों तक दें|
नोट:- धृतकुमारी के गुच्छे का प्रयोग करने से पूर्व इसके काँटों को साफ कर लें, ये ज़हरीला है |
तेल, खटाई, मसाला, टमाटर, गर्मी पैदा करने वाला भोजन व कब्ज जनित खाध पदार्थों का सेवन न करें|
सफेद पानी आना, श्वेत प्रदर या ल्यूकोरिआ, लिकोरिआ (Leukorrhea) - महिलाओ, लड़कीओ में होने वाली एक बीमारी है जिसमें योनि से सफेद रंग का गाढा कभी कभी योनी मार्ग से हरा पीला मिश्रित स्राव जलन के साथ कमजोरी का महसूस होना व बदबूदार पानी आता है जिसकी बजय से वे बहुत क्षीण तथा दुर्बल हो जाती है महिलाओं में श्वेत-प्रदर रोग एक आम बात है। ये गुप्तांगों से पानी जैसा बहने वाला स्त्राव होता है। यह खुद कोई रोग नहीं होता परंतु अन्य कई रोगों के कारण होता है। श्वेत प्रदर वास्तव में एक बीमारी नहीं है बल्कि किसी अन्य योनिगत या गर्भाशयगत व्याधि का लक्षण है; या सामान्यतः प्रजनन अंगों में सूजन का बोधक है।
लक्षण या पहचान
- योनि स्थल पर खुजली
- कमर दर्द
- चक्कर आना
- कमजोरी बनी रहना
- अत्यधिक उपवास
- उत्तेजक कल्पनाएं
- अश्लील वार्तालाप
- मुख मैथुन
- सम्भोग में उल्टे आसनो का प्रयोग करना
- सम्भोग काल में अत्यधिक घर्षण युक्त आघात
- रोगग्रस्त पुरुष के साथ सहवास
- दो तीन पुरूषों से एकसाथ अत्याधिक संभोग करना
- योनि को स्वच्छ जल से न धोना
- बार-बार गर्भपात कराना भी सफेद पानी का एक प्रमुख कारण है।
- सफेद पानी श्वेत प्रदर का एक और कारण प्रोटिस्ट हैं जो कि एक सूक्ष्म जीवों से होता है
ये निम्नलिखित उपचार :-
केला केले ल्यूकोरिया के लिए एक अच्छा घर उपाय कर रहे हैं। फल भी समस्या के साथ हो सकता है कि पाचन की गड़बड़ी और सुस्ती तरह की शिकायतों के निवारण में उपयोगी है।
नियंत्रण ल्यूकोरिया मदद करने के लिए प्रतिदिन दो अतिपक्व केले खाओ।
तुम भी पाउडर Palmyrah कैंडी के दो चम्मच के साथ केले के फूल का रस के दो बड़े चम्मच मिश्रण कर सकते हैं और यह एक बार दैनिक है।
भारतीय करौदा
यह भी अमला के रूप में जाना भारतीय करौदा, योनि स्वास्थ्य के लिए यह बेहद फायदेमंद है कि बनाने के विरोधी संक्रमण गुण है। इसके अलावा, अपने उच्च विटामिन सी सामग्री अपने शरीर को समस्या से लड़ने में मदद करने के लिए अपने प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है।
एक मोटी पेस्ट बनाने के लिए पर्याप्त शहद के साथ भारतीय करौदा बिजली के एक या दो चम्मच मिलाएं। के बारे में एक सप्ताह के लिए दिन में दो बार इस मिश्रण है।
एक अन्य विकल्प मात्रा आधे से कम है जब तक पानी की एक कप में सूखे आंवले रूट पाउडर का एक चम्मच फोड़ा करने के लिए है। एक छोटे से चीनी या शहद जोड़ सकते हैं और हर सुबह एक खाली पेट पर इसे पीते हैं।
शतावर (Asparagus Racemosus) की ताज़ी कंदमूल या सूखी जड़ो का चूर्ण 5-10 ग्राम स्वादानुसार जीरे के चूर्ण के साथ 1 कप ढूध में सुबह खाली पेट में पिलाने से कमजोरी औ तनाव से होने वाली श्वेत वाली प्रदर 2-3 सप्ताह में ठीक हो जाती है |
ब्राम्ही, बेंग साग (Centella asiatica) का चूर्ण दो छोटी चम्मच या उसका स्वरस 1-2 चाये की चम्मच दिन में दो बार मिसरी के साथ 15 -20 दिन तक दें।
अरहर(Canjanus cajan) के पत्तों का स्वरस ( बिना पानी मिलाये ) एक चम्मच दिन में दो बार 12-15 दिन तक दें।अथवा अरहर का जूस, सेंधा नमक में मिलकर दिन में एक बार 30 दिनों तक दें|
नोट:- धृतकुमारी के गुच्छे का प्रयोग करने से पूर्व इसके काँटों को साफ कर लें, ये ज़हरीला है |
तेल, खटाई, मसाला, टमाटर, गर्मी पैदा करने वाला भोजन व कब्ज जनित खाध पदार्थों का सेवन न करें|
घृतकुमारी कब से जहरीला होने लगा भाई | किसने लिखी है ये पोस्ट | टोटल कॉपी पेस्ट |
ReplyDeleteHerbal supplement like lady care capsule is one of the most trusted and popular leucorrhoea treatment.
ReplyDeletevery useful remedies. Leucorrhoea natural remedies are very safe and effective to deal with it effectively.
ReplyDeleteMake white discharge a thing of past. Use natural remedies to cure leucorrhoea fast and effectively. It delivers long term effect.
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