चंद्रयान 2 मिशन क्या है लॉन्च का उदेश फायदे chandrayaan 2 launch manned or unmanned what is the aim
23 July 2019
Add Comment
chandrayaan 2 manned or unmanned,
chandrayaan 2 launch vehicle name ,
live update of chandrayaan 2 ,
Rising
chandrayaan 2 launch vehicle ,
aim of chandrayaan 2,
chandrayaan 2 launch video download,
from where chandrayaan 2 will be launched
what is the aim of chandrayaan 2
15 जुलाई को चंद्रयान की लॉन्चिंग सिर्फ 56 मिनट 24 सेकंड पहले टालने के बाद हम कंट्रोल रूम में जमा हुए। तय किया कि जब तक तकनीकी खामी की वजह ढूंढकर उसे ठीक नहीं कर लेते, घर नहीं जाएंगे। 100 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे में रॉकेट में न केवल तकनीकी खामी का पता लगाया, बल्कि उसे ठीक भी कर लिया। उसके बाद लॉन्चिंग की तैयारियां शुरू हो गईं।
के सिवन इसरो के चेयरमैन
ऑर्बिटर 2379 किलो का है। यह एक साल तक चंद्रमा की कक्षा में रहेगा।
लैंडर (विक्रम) चांद की सतह पर उतरेगा। यह 14 दिन तक अांकड़े जुटाएगा।
रोवर (प्रज्ञान) चांद पर 500 मी. के दायरे में चक्कर लगाएगा। 14 दिन काम करेगा
1. ब्रह्मंड के गहरे रहस्य होंगे उजागर
इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 सौर मंडल के बारे में कुछ बुनियादी सवालों के सुराग उपलब्ध कराएगा, जो कि चंद्रमा के क्रेटरों, पहाड़ियों और घाटियों में छिपे हैं। इनका अध्ययन इसरो को ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने में मदद करेंगे।
2. जनता से जुड़ाव
चंद्रयान 2 पूरे देश को प्रेरित करेगा और युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों को समझने के लिए प्रेरित करेगा - मनुष्य और समाज की समस्याओं को सुलझाने में किसी से पीछे नहीं रहेगा।
3.इनोवेशन के प्रति प्रेरित करेगा
युवाओं को मिलने वाली बड़ी चुनौतियां न सिर्फ इनोवेशन को बढ़ाएगी बल्कि भविष्य के अनुसंधान और विकास को गति मिलेगी।.
4. अंतरिक्ष में बढ़ेगी भारत की धमक
चंद्रमा पर यह मिशन भविष्य की के अंतरिक्ष अन्वेषण के साथ-साथ इन-सीटू संसाधन उपयोग के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों को साबित करने के लिए एक बेहतर परीक्षण मंच है।
5. आर्थिक संभावनाओं का पता लगेगा
उद्योग हमेशा इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम में भागीदार रहा है और भविष्य में गठबंधन को मजबूत करने के लिए बड़े अवसर हैं। इस मिशन के चलते भविष्य में निजी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में अवसर पैदा होंगे।
6. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की साझा आकांक्षा में सहयोग
ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज और उन्हें उजागर करने में भारत एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता होगा, जो वैश्विक समुदाय द्वारा साझा की गई एक आकांक्षा है।
15 जुलाई को चंद्रयान की लॉन्चिंग सिर्फ 56 मिनट 24 सेकंड पहले टालने के बाद हम कंट्रोल रूम में जमा हुए। तय किया कि जब तक तकनीकी खामी की वजह ढूंढकर उसे ठीक नहीं कर लेते, घर नहीं जाएंगे। 100 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे में रॉकेट में न केवल तकनीकी खामी का पता लगाया, बल्कि उसे ठीक भी कर लिया। उसके बाद लॉन्चिंग की तैयारियां शुरू हो गईं।
वैज्ञानिकों ने 7 दिन तक चौबीसों घंटे काम किया।
इस दौरान किसी वैज्ञानिक ने अपने घर पर फोन तक नहीं किया। अगले डेढ़ दिन में रॉकेट में सुधार के बाद कुछ सफल परीक्षण किए। उसके बाद लॉन्चिंग के लिए नई तारीख घोषित की। हम चांद पर लैंडिंग की तारीख को बदलना नहीं चाहते थे। इसलिए हमने फिर से गणना की कि कैसे 7 सितंबर को ही वहां पहुंचा जाए।
तय हुआ कि चंद्रयान पृथ्वी का एक चक्कर कम लगाएगा। पहले पांच चक्कर लगाने थे, अब चार चक्कर लगेंगे। इससे समय बचेगा। रॉकेट में किए गए सुधारों से इसका प्रदर्शन 15% तक सुधर गया।
तय हुआ कि चंद्रयान पृथ्वी का एक चक्कर कम लगाएगा। पहले पांच चक्कर लगाने थे, अब चार चक्कर लगेंगे। इससे समय बचेगा। रॉकेट में किए गए सुधारों से इसका प्रदर्शन 15% तक सुधर गया।
लॉन्चिंग उम्मीदों से बेहतर रही। रॉकेट ने 17वें मिनट में जब चंद्रयान को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया, तब वह पिछली बार तय की गई कक्षा से 600 किमी ऊपर था। चंद्रयान अब 48 दिन बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। अब इसरो सामान्य प्रक्रिया के तहत अगले मिशन की तैयारियों पर जुट गया है। चंद्रयान की लॉन्चिंग के तुरंत बाद हमने अगली लॉन्चिंग की तैयारियों पर चर्चा की।
के सिवन इसरो के चेयरमैन
ऑर्बिटर 2379 किलो का है। यह एक साल तक चंद्रमा की कक्षा में रहेगा।
लैंडर (विक्रम) चांद की सतह पर उतरेगा। यह 14 दिन तक अांकड़े जुटाएगा।
रोवर (प्रज्ञान) चांद पर 500 मी. के दायरे में चक्कर लगाएगा। 14 दिन काम करेगा
Aim of chandrayaan 2 लॉन्च का उदेश फायदे
1. ब्रह्मंड के गहरे रहस्य होंगे उजागर
इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 सौर मंडल के बारे में कुछ बुनियादी सवालों के सुराग उपलब्ध कराएगा, जो कि चंद्रमा के क्रेटरों, पहाड़ियों और घाटियों में छिपे हैं। इनका अध्ययन इसरो को ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने में मदद करेंगे।
2. जनता से जुड़ाव
चंद्रयान 2 पूरे देश को प्रेरित करेगा और युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों को समझने के लिए प्रेरित करेगा - मनुष्य और समाज की समस्याओं को सुलझाने में किसी से पीछे नहीं रहेगा।
3.इनोवेशन के प्रति प्रेरित करेगा
युवाओं को मिलने वाली बड़ी चुनौतियां न सिर्फ इनोवेशन को बढ़ाएगी बल्कि भविष्य के अनुसंधान और विकास को गति मिलेगी।.
4. अंतरिक्ष में बढ़ेगी भारत की धमक
चंद्रमा पर यह मिशन भविष्य की के अंतरिक्ष अन्वेषण के साथ-साथ इन-सीटू संसाधन उपयोग के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों को साबित करने के लिए एक बेहतर परीक्षण मंच है।
5. आर्थिक संभावनाओं का पता लगेगा
उद्योग हमेशा इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम में भागीदार रहा है और भविष्य में गठबंधन को मजबूत करने के लिए बड़े अवसर हैं। इस मिशन के चलते भविष्य में निजी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में अवसर पैदा होंगे।
6. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की साझा आकांक्षा में सहयोग
ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज और उन्हें उजागर करने में भारत एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता होगा, जो वैश्विक समुदाय द्वारा साझा की गई एक आकांक्षा है।
0 Response to "चंद्रयान 2 मिशन क्या है लॉन्च का उदेश फायदे chandrayaan 2 launch manned or unmanned what is the aim"
Post a Comment
Thanks for your valuable feedback.... We will review wait 1 to 2 week 🙏✅