New कार डीजल पेट्रोल किसमें है फायदे | petrol or diesel car which better
4 April 2021
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Petrol vs diesel car maintenance best अगर आप कार को फाइनेंस कराते हैं डीजल कार ट्रैफिक और सड़कों की आदर्श स्थिति में 300 रुपये प्रतिमाह की बचत कराती है वैसे बात सिर्फ माइलेज तक सीमित नहीं है पेट्रोल कार की तुलना में डीजल कारों का मेंटीनेंस भी महंगा होता है।
ऑटो एक्सपर्ट भी मानते हैं कि डीजल कार को लेकर कई तरह की गलतफहमियों के चलते कार खरीदने वाले पेट्रोल कार के एक अच्छे और बेहतरीन सौदे को नकार देते हैं डीजल कार को लेते समय ग्राहक कार की कीमत और एवरेज देखता है जबकि रखरखाव पर होने वाले खर्च पर उसका ध्यान आमतौर पर नहीं जाता।
दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कारों पर रोड टैक्स का स्लैब ज्या्दा होता है। पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कार पर प्रीमियम अधिक भरना होता है क्योंकि बीमा कंपनियां डीजल कारों को अधिक जोखिम वाली श्रेणी में रखती हैं।
-डीजल कार में साल में एक बार फ्यूल फिल्टर, एयर फिल्टर, ब्रेक फ्लयूड आदि बदलने पड़ते हैं। जबकि पेट्रोल कारों में यह तामझाम न के बराबर होता है हां पेट्रोल कारों में स्पार्क प्लग होता है जिसे 30 से 40 हजार किलोमीटर चलने के बाद बदलाना होता है। जबकि डीजल कारों में यह नहीं होता। डीजल कार में क्लच प्लेट को बदलने का खर्चा पेट्रोल कार की तुलना में दुगुना होता है।
-पेट्रोल कार में 40 से 50 हजार किलोमीटर पर बैटरी बदलने का खर्चा 3000 रुपये से 3500 रुपये तक आता है जबकि डीजल कार में बैटरी को बदलने का खर्चा 5500 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक होता है। जाहिर है कि मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए डीजल कार अब पहले की तरह फायदे का सौदा नहीं रहा। अगर पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं तो डिरेगुलेट होने के चलते डीजल के दाम भी बढ़ने से अब इनकार नहीं किया जा सकता।
-------------पेट्रोल कार का ईंधन खर्च
कीमत-5 लाख 40 हजार
रोज की दूरी-50 किलोमीटर
माइलेज-18 किमी प्रति लीटर
पेट्रोल-60.49 रुपये प्रति लीटर
रोज का खर्च-168 रुपये
महीने का खर्च-5000 रुपये
------------- डीजल कार का ईंधन खर्च
कीमत- 6 लाख 40 हजार।
रोज की दूरी-50 किलोमीटर
माइलेज-25 किलोमीटर
डीजल-49.71 रुपये प्रति लीटर
रोज का खर्च-100 रुपये
महीने का खर्च-3000 रुपये
ऑटो एक्सपर्ट भी मानते हैं कि डीजल कार को लेकर कई तरह की गलतफहमियों के चलते कार खरीदने वाले पेट्रोल कार के एक अच्छे और बेहतरीन सौदे को नकार देते हैं डीजल कार को लेते समय ग्राहक कार की कीमत और एवरेज देखता है जबकि रखरखाव पर होने वाले खर्च पर उसका ध्यान आमतौर पर नहीं जाता।
दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कारों पर रोड टैक्स का स्लैब ज्या्दा होता है। पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कार पर प्रीमियम अधिक भरना होता है क्योंकि बीमा कंपनियां डीजल कारों को अधिक जोखिम वाली श्रेणी में रखती हैं।
-डीजल कार में साल में एक बार फ्यूल फिल्टर, एयर फिल्टर, ब्रेक फ्लयूड आदि बदलने पड़ते हैं। जबकि पेट्रोल कारों में यह तामझाम न के बराबर होता है हां पेट्रोल कारों में स्पार्क प्लग होता है जिसे 30 से 40 हजार किलोमीटर चलने के बाद बदलाना होता है। जबकि डीजल कारों में यह नहीं होता। डीजल कार में क्लच प्लेट को बदलने का खर्चा पेट्रोल कार की तुलना में दुगुना होता है।
-पेट्रोल कार में 40 से 50 हजार किलोमीटर पर बैटरी बदलने का खर्चा 3000 रुपये से 3500 रुपये तक आता है जबकि डीजल कार में बैटरी को बदलने का खर्चा 5500 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक होता है। जाहिर है कि मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए डीजल कार अब पहले की तरह फायदे का सौदा नहीं रहा। अगर पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं तो डिरेगुलेट होने के चलते डीजल के दाम भी बढ़ने से अब इनकार नहीं किया जा सकता।
-------------पेट्रोल कार का ईंधन खर्च
कीमत-5 लाख 40 हजार
रोज की दूरी-50 किलोमीटर
माइलेज-18 किमी प्रति लीटर
पेट्रोल-60.49 रुपये प्रति लीटर
रोज का खर्च-168 रुपये
महीने का खर्च-5000 रुपये
------------- डीजल कार का ईंधन खर्च
कीमत- 6 लाख 40 हजार।
रोज की दूरी-50 किलोमीटर
माइलेज-25 किलोमीटर
डीजल-49.71 रुपये प्रति लीटर
रोज का खर्च-100 रुपये
महीने का खर्च-3000 रुपये
main ek Car lena chahta hoon main middle class family se hoon pleaase aap bateycar petrol main loo ya diesel mai zyada chalani bhi nahi hai
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