आराम देने वाला तकिया कहीं दुश्मन ना बन जाएँ Pillow Effect in Health
18 June 2017
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क्या आपको भी तकिये के बिना नींद नहीं आती हे, तो एक बार फिर सोच लीजिये आपको सुकून देने वाला तकिया कहीं चैन तो नहीं छीन रहा. आपको पता भी नहीं चलता की यह आपकी नींद में खलल डालकर आपको हेल्थ प्रॉब्लम भी देता रहता हे. आईये जानते हे सही तकिया यूज़ ना करने से होने वाले नुकसान और बचाव के उपाय.
Pillow Effect in Health
1. गर्दन का दर्द
अगर आपके तकिये की ऊंचाई और मोटाई सही नहीं हे तो आपको गर्दन दर्द की समस्या हो जाती हे. कुछ लोगो को ऊँचा तकिया रखकर सोने की आदत होती हे, जिससे गर्दन की मांसपेशियों पर बेवजह खिंचाव पड़ता हे, जिसके कारण वो दर्द करने लगती हे. तकिया अगर बहुत नरम भी हे तो भी गर्दन दर्द हो सकता हे. इसलिए ऐसा तकिया भी ना ले जो बहुत ज्यादा सॉफ्ट हो.
2. मानसिक तनाव
एक्सपर्ट के अनुसार गलत आकार या फिर ज्यादा ऊंचाई वाले तकिये के कारण गर्दन और मस्तिष्क पर बेवजह दबाव पड़ता हे, जिसके कारन मानसिक तनाव होता हे.
1. गर्दन का दर्द
अगर आपके तकिये की ऊंचाई और मोटाई सही नहीं हे तो आपको गर्दन दर्द की समस्या हो जाती हे. कुछ लोगो को ऊँचा तकिया रखकर सोने की आदत होती हे, जिससे गर्दन की मांसपेशियों पर बेवजह खिंचाव पड़ता हे, जिसके कारण वो दर्द करने लगती हे. तकिया अगर बहुत नरम भी हे तो भी गर्दन दर्द हो सकता हे. इसलिए ऐसा तकिया भी ना ले जो बहुत ज्यादा सॉफ्ट हो.
2. मानसिक तनाव
एक्सपर्ट के अनुसार गलत आकार या फिर ज्यादा ऊंचाई वाले तकिये के कारण गर्दन और मस्तिष्क पर बेवजह दबाव पड़ता हे, जिसके कारन मानसिक तनाव होता हे.
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3. साँस सम्बधी समस्याएं
तकिये पर रातभर सिर रखकर सोने के कारण बहुत से लोगों को सांस सम्बधी प्रॉब्लम हो जाती हे. सालों के धुल-मिटटी के कारण तकिये के डस्ट माइट्स के साथ-साथ बैक्टीरिया भी हो जाते हे. भले ही आप तकिये का कवर रोज साफ़ करते हे लेकिन अंदर तो वैसा ही रहता हे. इसके कारण कीटाणु सांस सम्बधी प्रॉब्लम देने लगते हे और हमें पता भी नहीं चलता.
क्या करें
A. अच्छी सेहत के लिए केमिकल तकिया बहुत जरुरी हे.
B. पोलिस्टर की बजाय कॉटन के तकिये का इस्तेमाल करें.
C. तकिये को साल-डेढ़ साल बाद बदलते रहें.
D. हालाँकि रबड़ के तकिये भी केमिकल से बने होते हे, पर गर्दन दर्द में काफी राहत देते हे. अगर आप इसे इस्तेमाल करना चाहते हे तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर ले.
3. साँस सम्बधी समस्याएं
तकिये पर रातभर सिर रखकर सोने के कारण बहुत से लोगों को सांस सम्बधी प्रॉब्लम हो जाती हे. सालों के धुल-मिटटी के कारण तकिये के डस्ट माइट्स के साथ-साथ बैक्टीरिया भी हो जाते हे. भले ही आप तकिये का कवर रोज साफ़ करते हे लेकिन अंदर तो वैसा ही रहता हे. इसके कारण कीटाणु सांस सम्बधी प्रॉब्लम देने लगते हे और हमें पता भी नहीं चलता.
क्या करें
A. अच्छी सेहत के लिए केमिकल तकिया बहुत जरुरी हे.
B. पोलिस्टर की बजाय कॉटन के तकिये का इस्तेमाल करें.
C. तकिये को साल-डेढ़ साल बाद बदलते रहें.
D. हालाँकि रबड़ के तकिये भी केमिकल से बने होते हे, पर गर्दन दर्द में काफी राहत देते हे. अगर आप इसे इस्तेमाल करना चाहते हे तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर ले.
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