क्यों चीखने लगता हे इंसानो का मरा शरीर real dead body history facts in hindi
12 October 2016
1 Comment
human body in hindi wikipedia
body hindi tips
body hindi meaning - हर इंसान का अंतिम सत्य है मृत्यु आजतक मौत के बाद का रहस्य कोई नहीं जान पाया है, लेकिन मृत्यु के पश्चात बॉडी में क्या-क्या बदलाव आता है इसके बारे जरूर हम जानते है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं मौत के बाद डेड बॉडीज में आने वाले बदलावों के बारे में
डेड बॉडी से जुड़े फैक्ट्स Human Dead Body True Facts In Hindi
मौत के बाद बदलने लगता है बॉडी का कलर - मरने के बाद डेड बॉडी का रंग बदलने लगता है। ब्लड सर्कुलेशन रुकने के कारण बॉडी का रंग नीला पड़ने लगता है। इसके अलावा हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने की वजह से शरीर पीला पड़ने लगता है।
बॉडी की आंखें और जीभ बाहर निकल जाती है - आपने कई बार सुना होगा कि मौत के बाद बॉडी से आंखें बाहर निकल जाती हैं। दरअसल, मरने के बाद बॉडी की इन्टेस्टाइन्स में बनने वाली गैस और अंदर सड़ रहे ऑर्गन्स के कारण ऐसा होता है। साथ ही जीभ भी सूजन की वजह से मुंह से बाहर निकल आती है।
चीख सकती है डेड बॉडी - कई बार पोस्टमॉर्टम के दौरान डेडबॉडीज आवाज निकालती हैं। दरअसल, मौत के बाद बॉडी के अंदर मौजूद बैक्टीरिया गैस बनाते हैं जिसके कारण बॉडी के वोकल मसल्स में खिंचाव आता है। इसकी वजह से डेड बॉडी कराहने और चीखने लगती है।
मौत के बाद कई तरह के जीव खींचे आते हैं बॉडी की तरफ - बैक्टीरिया और फंगस के अलावा भी कई तरह के जीव जैसे मक्खियां बॉडी से निकलने वाली स्मेल से अट्रेक्ट होकर उसकी तरफ खींची चली आती हैं। इसके अलावा चींटियां और मकड़ियां भी डेड बॉडी से अट्रेक्ट होती हैं।
मौत के बाद भी बॉडी दे सकती है बच्चे को जन्म - ये प्रक्रिया ‘कॉफिन बर्थ’ के नाम से जानी जाती है। इसमें प्रेग्नेंट महिला की मौत होने के बाद उसकी डेड बॉडी अपने आप बच्चे की डिलिवरी करवाती है। दरअसल, मौत के बाद बॉडी में बनने वाली गैस बच्चे को मां के पेट से बाहर की तरफ धकेलती है। दुनिया में कॉफिन बर्थ के काफी कम मामले ही देखने को मिले है। इनमें ज्यादातर मामलों में बच्चे की मौत हो गई है। लेकिन 2007 में इंडिया में एक महिला ने मौत के बाद जिंदा बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद भी बच्चा महिला की डेड बॉडी से जुड़ा हुआ था।
अपने आप ही ममी में बदल जाती है बॉडी - कुछ खास इको-जोन्स में रखे जाने पर डेड बॉडीज पर उन्हें सड़ाने वाले बैक्टीरिया का ज्यादा असर नहीं पड़ता। ऐसे में बॉडी नैचुरली ममी में बदल जाती है। ऐसे कई मामले देखने को मिलते हैं जिनमें बर्फ या नमक के रेगिस्तान में मिली डेड बॉडी को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा था।
चमड़े की तरह सख्त हो जाती है बॉडी - अगर डेड बॉडी को ढंका ना जाए या बॉडी के ऊपर कपड़े नहीं है तो इस हालत में डेड बॉडी सुखकर सख्त हो जाती है।
बॉडी से अलग हो जाती है स्किन - मौत के बाद बॉडी की स्किन ढीली पड़ जाती है। बॉडी के अंदर गैस बनने के बाद एक समय ऐसा आता है जब बॉडी की स्किन मसल्स और हड्डी से बिलकुल अलग हो जाती है।
डेड बॉडी से जुड़े फैक्ट्स Human Dead Body True Facts In Hindi
मौत के बाद बदलने लगता है बॉडी का कलर - मरने के बाद डेड बॉडी का रंग बदलने लगता है। ब्लड सर्कुलेशन रुकने के कारण बॉडी का रंग नीला पड़ने लगता है। इसके अलावा हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने की वजह से शरीर पीला पड़ने लगता है।
बॉडी की आंखें और जीभ बाहर निकल जाती है - आपने कई बार सुना होगा कि मौत के बाद बॉडी से आंखें बाहर निकल जाती हैं। दरअसल, मरने के बाद बॉडी की इन्टेस्टाइन्स में बनने वाली गैस और अंदर सड़ रहे ऑर्गन्स के कारण ऐसा होता है। साथ ही जीभ भी सूजन की वजह से मुंह से बाहर निकल आती है।
चीख सकती है डेड बॉडी - कई बार पोस्टमॉर्टम के दौरान डेडबॉडीज आवाज निकालती हैं। दरअसल, मौत के बाद बॉडी के अंदर मौजूद बैक्टीरिया गैस बनाते हैं जिसके कारण बॉडी के वोकल मसल्स में खिंचाव आता है। इसकी वजह से डेड बॉडी कराहने और चीखने लगती है।
मौत के बाद कई तरह के जीव खींचे आते हैं बॉडी की तरफ - बैक्टीरिया और फंगस के अलावा भी कई तरह के जीव जैसे मक्खियां बॉडी से निकलने वाली स्मेल से अट्रेक्ट होकर उसकी तरफ खींची चली आती हैं। इसके अलावा चींटियां और मकड़ियां भी डेड बॉडी से अट्रेक्ट होती हैं।
मौत के बाद भी बॉडी दे सकती है बच्चे को जन्म - ये प्रक्रिया ‘कॉफिन बर्थ’ के नाम से जानी जाती है। इसमें प्रेग्नेंट महिला की मौत होने के बाद उसकी डेड बॉडी अपने आप बच्चे की डिलिवरी करवाती है। दरअसल, मौत के बाद बॉडी में बनने वाली गैस बच्चे को मां के पेट से बाहर की तरफ धकेलती है। दुनिया में कॉफिन बर्थ के काफी कम मामले ही देखने को मिले है। इनमें ज्यादातर मामलों में बच्चे की मौत हो गई है। लेकिन 2007 में इंडिया में एक महिला ने मौत के बाद जिंदा बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद भी बच्चा महिला की डेड बॉडी से जुड़ा हुआ था।
अपने आप ही ममी में बदल जाती है बॉडी - कुछ खास इको-जोन्स में रखे जाने पर डेड बॉडीज पर उन्हें सड़ाने वाले बैक्टीरिया का ज्यादा असर नहीं पड़ता। ऐसे में बॉडी नैचुरली ममी में बदल जाती है। ऐसे कई मामले देखने को मिलते हैं जिनमें बर्फ या नमक के रेगिस्तान में मिली डेड बॉडी को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा था।
चमड़े की तरह सख्त हो जाती है बॉडी - अगर डेड बॉडी को ढंका ना जाए या बॉडी के ऊपर कपड़े नहीं है तो इस हालत में डेड बॉडी सुखकर सख्त हो जाती है।
बॉडी से अलग हो जाती है स्किन - मौत के बाद बॉडी की स्किन ढीली पड़ जाती है। बॉडी के अंदर गैस बनने के बाद एक समय ऐसा आता है जब बॉडी की स्किन मसल्स और हड्डी से बिलकुल अलग हो जाती है।
good tips
ReplyDelete