क्या आप जानते हे कोल्डड्रिंक से मोत हो सकती हे cold drink kaise banti hai
16 May 2016
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गर्मी का मोसम हे तो हम ठंडे पेय पदार्थ का उपयोग करते हे ! और इसमें हम कोल्डड्रिंक का ज्यादा उपयोग करते हे ! लेकिन क्या आप जानते हे की यह कुछ देर की ठंडक कभी कभी मोत तक का कारण बन जाती हे ! आज की इस पोस्ट में, में आपको बताऊंगा की कैसे कोल्डड्रिंक मोत का कारण बन सकती हे !
कोल्ड्रिंक पिने से मृत्यु भी हो सकती है.. disadvantages of cold drinks in hindi
═☞ किसी व्यक्ति की मृत्यु के पश्च्यात अग्नि दाह संस्कार में देशी घी डाला जाता है। जिससे की पूरा शरीर जल सके व साथ मे हड्डिया भी काफी हद तक जल जाती है। लेकिन शायद यह कोई नही जानता है की दांत बिलकुल नही जलते है। और अगर दांत को मिटटी मे भी डाल दीया जाये तो 20 साल के बाद भी दाँत नही गलते हैं।
═☞ अब आप जरा गौर से सोचिये की जिस दांत को घी की आग नही जला सकती है, जिस दाँत को मिट्टी भी नही गला सकती है। यदी आप उस दाँतों को किसी भी कोल्ड्रिंक में डाल दे तो ज्यादा से ज्यादा 20 दिन में ही पूरा घुल जाता है तथा छानने पर भी दिखाई नही देता है !
कारण cold drink harmful effects
ध्यान रहे की कई फलो व् सब्जियों जैसे नारंगी , निम्बू, कैरी में भी एसिड होते हैं प्राकृतिक रूप ने होने से शरीर में जाकर क्षार में बादक जाते हैं तथा शरीर की एसिडिक कम करने का कार्य करती है।
═☞ जबकि कोल्ड्रिंक में एसिड कृत्रिम रूप से होने के कारन खतरनाक बन जाता हैं। यह कोल्ड्रिंक घर में संडास साफ करने में इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड की ph तीव्रता के बराबर है। अब आप सोचिये की क्या ऐसे कोल्ड्रिंक को आपको पीना चाहिये..!
═☞ शरीर विज्ञान के अनुसार हर प्राणी सांस के माध्यम से हवा में विधमान ऑक्ससिजन (प्राण वायु) लेता है तथा शारीर में उत्पन्न कार्बन डाईऑक्साइड (co2) नामक जहरीली गैस बहार निकाल देता है। हर कोल्ड्रिंक में co2 डाली जाती है जिससे यह लंबे समय तक ख़राब ना हो सके। कोल्ड्रिंक पिने पे शरीर इसे नाक व् मुह के माध्यम से इसे बहार निकाल देता है।अत: ये याद रहे की यदि कभी भी गलती से भी co2 बहार न निकल पाये तो मृत्यु निश्चित है।
═☞ हाल में ही सरकार ने कानून बनाया की गाडियो में सिर्फ सीसा रहित (अनलिडेड) पेट्रोल ही उपयोग किया जाये क्योंकि सीसा इंजन में जलता नही है व् धुँए के साथ बहार निकल कर हवा को प्रदूषित करता है।
हवा में सीसे की मात्र 0.2 ppm से अधिक होने पर लोगो द्वारा इसमें सांस लेने पर यह
➨ बैचेनी,
➨ अनिद्रा व्,
➨ सर सर्द पैदा करता है।
ये बहु राष्ट्रीय कंपनी अमेरिका व् यूरोप में 88ppm से कम कैफीन डालती है जबकि भारत में 111ppm तक कैफीन उपयोग करती है।
═☞ जाँच करने पर कोल्ड्रिंक में कई अन्य जहरीले रसायन भी पाये गए है,
➨ आर्सेनिक,
➨ केडिमियम्,
➨ जिंक,
➨ सोडियम ग्लूटामेट,
➨ पोटेशियम सोरबेट,
➨ मिथाइल बेन्जीन,
➨ ब्रोमिनेटेड,
➨ वेजिटेबल आयल इत्यादि।
विश्व स्वस्थ संगठन (who) ने कोल्डड्रिंक को धीमा जहर घोसित किया है।
═☞ गौरतलब है की एस्परटेम से बच्चों में ब्रेन हेमरेज होकर उसकी मृत्यु भी हो सकती है इसलिये बोतल व कैन पर चेतावनी भी लिखी है की बच्चे इस्तेमाल ना करे !
डॉ, के अनुसार कोल्ड्रिंक में पोस्टिक तत्त्व बिलकुल नही है यानि इसमें शरीर के लिये..
➠ प्रोटीन,
➠ विटामिन,
➠ वासा,
➠ खनिज,
➠ केल्शियम व्,
➠ फास्फोरस में से कुछ भी नही है।
अब आप भी जान गए होंगे की यह एक मीठा जहर हे ! जो हमारे शरीर के लिए नुकसान दायक हें ! इसलिए ऐसे पदार्थों को सेवन ना करे और अपने शरीर को सुरक्षित रखें !
गर्मी का मोसम हे तो हम ठंडे पेय पदार्थ का उपयोग करते हे ! और इसमें हम कोल्डड्रिंक का ज्यादा उपयोग करते हे ! लेकिन क्या आप जानते हे की यह कुछ देर की ठंडक कभी कभी मोत तक का कारण बन जाती हे ! आज की इस पोस्ट में, में आपको बताऊंगा की कैसे कोल्डड्रिंक मोत का कारण बन सकती हे !
कोल्ड्रिंक पिने से मृत्यु भी हो सकती है.. disadvantages of cold drinks in hindi
═☞ किसी व्यक्ति की मृत्यु के पश्च्यात अग्नि दाह संस्कार में देशी घी डाला जाता है। जिससे की पूरा शरीर जल सके व साथ मे हड्डिया भी काफी हद तक जल जाती है। लेकिन शायद यह कोई नही जानता है की दांत बिलकुल नही जलते है। और अगर दांत को मिटटी मे भी डाल दीया जाये तो 20 साल के बाद भी दाँत नही गलते हैं।
═☞ अब आप जरा गौर से सोचिये की जिस दांत को घी की आग नही जला सकती है, जिस दाँत को मिट्टी भी नही गला सकती है। यदी आप उस दाँतों को किसी भी कोल्ड्रिंक में डाल दे तो ज्यादा से ज्यादा 20 दिन में ही पूरा घुल जाता है तथा छानने पर भी दिखाई नही देता है !
कारण cold drink harmful effects
- ═☞ कोल्डड्रिंक में फास्फोरस एसिड नामक जहर होता हे जो दांतों को गला देता हे !
- ═☞ अब आप सोचिये की कोल्ड्रिंक पिने से यह शरीर के कई नाजुक अंगो के संपर्क में आता है तो उनका क्या हाल होता होगा। क्युंकी कोल्ड्रिंक में बहुत पानी होता है इसलिए इसका असर धीरे धीरे होता है व् तत्काल दिखाई नही देता है।
- ═☞ अहमदाबाद स्थित कंज्यूमर एजुकेशन एंड रिचर्स सेण्टर द्वारा जाँच करने पर कोल्ड्रिंक में
- ➨ कार्बोलिक एसिड,
- ➨ अरिथर्बिक एसिड व्
- ➨ बेजोइक एसिड नामक तेजाब भी पाये गए हैं।
- रसायन विज्ञानं का कोई भी विधार्थी जानता है की एसिड की तीव्रता Ph पेपर से पता किया जा सकती है।
- ➯ pH 7 जितना कम होगी एसिड उतना ही तीव्र होगा।
- ➯ कोल्डड्रिंक को ph तीव्रता लगभग 2.4 होती है।
ध्यान रहे की कई फलो व् सब्जियों जैसे नारंगी , निम्बू, कैरी में भी एसिड होते हैं प्राकृतिक रूप ने होने से शरीर में जाकर क्षार में बादक जाते हैं तथा शरीर की एसिडिक कम करने का कार्य करती है।
═☞ जबकि कोल्ड्रिंक में एसिड कृत्रिम रूप से होने के कारन खतरनाक बन जाता हैं। यह कोल्ड्रिंक घर में संडास साफ करने में इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड की ph तीव्रता के बराबर है। अब आप सोचिये की क्या ऐसे कोल्ड्रिंक को आपको पीना चाहिये..!
═☞ शरीर विज्ञान के अनुसार हर प्राणी सांस के माध्यम से हवा में विधमान ऑक्ससिजन (प्राण वायु) लेता है तथा शारीर में उत्पन्न कार्बन डाईऑक्साइड (co2) नामक जहरीली गैस बहार निकाल देता है। हर कोल्ड्रिंक में co2 डाली जाती है जिससे यह लंबे समय तक ख़राब ना हो सके। कोल्ड्रिंक पिने पे शरीर इसे नाक व् मुह के माध्यम से इसे बहार निकाल देता है।अत: ये याद रहे की यदि कभी भी गलती से भी co2 बहार न निकल पाये तो मृत्यु निश्चित है।
═☞ हाल में ही सरकार ने कानून बनाया की गाडियो में सिर्फ सीसा रहित (अनलिडेड) पेट्रोल ही उपयोग किया जाये क्योंकि सीसा इंजन में जलता नही है व् धुँए के साथ बहार निकल कर हवा को प्रदूषित करता है।
हवा में सीसे की मात्र 0.2 ppm से अधिक होने पर लोगो द्वारा इसमें सांस लेने पर यह
- ➨ स्नायुतंत्र,
- ➨ मस्तिस्क,
- ➨ गुर्दे,
- ➨ लिवर व्,
- ➨ माँसपेशियो के लिये घातक होता है !
- कोका कोला व् पेप्सिकोला दोनों अमेरिका की कंपनी है तथा वहाँ अधिक जागरूकता के कारन बेचे जानी वाली कोल्डड्रिंक में 0.2 ppm से कम सीसा डाला जाता है।
- ═☞ जबकि इन्ही बईमान कंपनीओ द्वारा भारत में "सब चलता है" की तर्ज़ पर कोल्ड्रिंक में 0.4 ppm सीसा डाला जाता है !
➨ बैचेनी,
➨ अनिद्रा व्,
➨ सर सर्द पैदा करता है।
ये बहु राष्ट्रीय कंपनी अमेरिका व् यूरोप में 88ppm से कम कैफीन डालती है जबकि भारत में 111ppm तक कैफीन उपयोग करती है।
═☞ जाँच करने पर कोल्ड्रिंक में कई अन्य जहरीले रसायन भी पाये गए है,
➨ आर्सेनिक,
➨ केडिमियम्,
➨ जिंक,
➨ सोडियम ग्लूटामेट,
➨ पोटेशियम सोरबेट,
➨ मिथाइल बेन्जीन,
➨ ब्रोमिनेटेड,
➨ वेजिटेबल आयल इत्यादि।
विश्व स्वस्थ संगठन (who) ने कोल्डड्रिंक को धीमा जहर घोसित किया है।
═☞ गौरतलब है की एस्परटेम से बच्चों में ब्रेन हेमरेज होकर उसकी मृत्यु भी हो सकती है इसलिये बोतल व कैन पर चेतावनी भी लिखी है की बच्चे इस्तेमाल ना करे !
डॉ, के अनुसार कोल्ड्रिंक में पोस्टिक तत्त्व बिलकुल नही है यानि इसमें शरीर के लिये..
➠ प्रोटीन,
➠ विटामिन,
➠ वासा,
➠ खनिज,
➠ केल्शियम व्,
➠ फास्फोरस में से कुछ भी नही है।
अब आप भी जान गए होंगे की यह एक मीठा जहर हे ! जो हमारे शरीर के लिए नुकसान दायक हें ! इसलिए ऐसे पदार्थों को सेवन ना करे और अपने शरीर को सुरक्षित रखें !
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