आयुर्वेद के अनुसार शहद फायदा नुकसान Shahad ke Ayurved Fayde Swastha
14 November 2015
आयुर्वेद के अनुसार सोने से पूर्व एक गिलास पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से नींद जल्दी और अच्छी आती है आर्थराइटिस में जोड़ों पर दालचीनी चूर्ण और शहद मिलाकर धीरे धीरे मालिश करें.
मसूढ़ों पर शहद लगाने से मसूढ़े मजबूत रहते है, इसके अतिरिक्त मुह के छालों पर लगाने से वो जल्दी ठीक हो जाते है.चाय में शहद और दालचीनी चूर्ण मिलाकर पीने से जोड़ो का दर्द और जकड़न दूर होती है.
मसूढ़ों पर शहद लगाने से मसूढ़े मजबूत रहते है, इसके अतिरिक्त मुह के छालों पर लगाने से वो जल्दी ठीक हो जाते है.चाय में शहद और दालचीनी चूर्ण मिलाकर पीने से जोड़ो का दर्द और जकड़न दूर होती है.
- शहद सीने की जलन, उल्टी में आराम देता है क्योंकि यह पेट में हाईड्रोक्लोरिक एसिड बनने की क्रिया को धीमा करता है शराब ज्यादा पीने से अगले दिन होने वाले हैंगओवर में शहद का सेवन आराम दिलाता है.
- बालों की अच्छी कंडिशनिंग के लिए शहद और जैतून का तेल मिलाकर बालो में लगाकर तौलिये से ढक लें, 20 मिनट लगे रहने के बाद शैम्पू कर लें.
- एक चम्मच लहसुन का रस और शहद मिलाकर दिन में दो बार सुबह शाम पीने से ब्लड प्रेशर काबू में रहता है .
- मुहांसों पर रात में सोते समय दालचीनी चूर्ण और शहद मिलाकर लगायें और सुबह धो लें, मुहांसे ठीक होंगे और दाग भी नहीं रहेंगे.
- साँसों की बदबू से छुटकारा पाने के लिए शहद ,गुनगुना पानी ,दालचीनी चूर्ण मिलाकर कुल्ला करें.
- शहद में पाए जाने वाली शर्करा का 75% ग्लूकोस,फ्रक्टोस,सुल्फोज़,माल्टोज़ और लैकटोज़ के रूप में होती है.
- होठों पर शहद लगाने से होंठ नर्म,मुलायम होते हैं.
- शहद शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाता है और संक्रमण की पुनरावृत्ति रोकता है.
- दांतों के दर्द में शहद को रुई के फाहे में लगाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से राहत मिलती है.
- कब्ज के उपचार के लिए शहद को टमाटर या संतरे के जूस में मिलाकर नियमित सेवन करें.
- एक दिन के सेवन के लिए एक चम्मच शहद उपयुक्त है ,शहद को जरुरत से ज्यादा खाना हानिकर हो सकता है.
- गुड़, घी, चीनी ,मिश्री,तेल और मांस मछली के साथ शहद का सेवन नुकसानदायी होता है.
- अस्थमा में शहद से भरा बर्तन नाक के नीचे रखकर सूंघने से श्वांस सामान्य होती है, यह असर शहद में पाए जाने वाले अल्कोहल और इथेरल तेल तत्वों की वजह से होता है, इसका असर एक दो घंटे तक रहता है.
- अस्थमा रोग में एक साल पुराना शहद दूध या पानी के साथ लेने से भी बहुत फायदा होता है.