पहचानें, असली या नकली स्मार्टफोन how to check smartphone original or not
30 November 2015
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किसी बड़े ब्रैंड का मोबाइल फोन अगर उसकी वास्तविक कीमत से काफी कम में मिल रहा है, तो उसे खरीदने से पहले उसकी कड़ी जांच जरूर कर लें। इसलिए कि ऐसे प्रोडक्ट नकली भी हो सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आपको असली व नकली स्मार्टफोन में अंतर पता करने के तरीके मालूम होने चाहिए।
फिनिशिंग और लोगो
स्मार्टफोन असली है या नकली, यह पहचानने के लिए उसकी बॉडी की फिनिशिंग और कंपनी के लोगो को ध्यान से देखें। अगर लोगो या फिनिशिंग में कोई भी गड़बड़ लगती है तो फोन नकली हो सकता है। नकली फोन में अक्सर लोगो ऊपर से लगा दिया जाता है। स्मार्टफोन खरीदते वक्त फोन की पैकिंग भी गौर से देखें।
कलर और डिजाइन
हो सके तो फोन खरीदने से पहले पसंदीदा मॉडल्स के बारे में इंटरनेट से जानकारी ले लें। जैसे कि कितने रंगों में फोन लॉन्च किया गया है। स्मार्टफोन की जानकारी सिर्फ कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से ही देखें।
फोन का वजन
फोन का वजन भी ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर लें। इसलिए कि नकली फोन में कम गुणवत्ता वाले पार्ट्स लगा दिए जाते हैं। ऐसे में उनका वजन असल फोन से कम या ज्यादा हो सकता है।
स्पीड और फीचर्स
अगर आपके फोन के फीचर्स धीरे चल रहे हैं, तो भी यह नकली हो सकता है। इसलिए कि नकली फोन में सॉफ्टवेयर की मदद से हार्डवेयर डिटेल बदल दी जाती है।
गारंटी-वारंटी
फोन की गारंटी या वारंटी के बारे में जरूर पता कर लें। इससे जुड़े तमाम पेपर्स को ध्यान से जांच लें। जिस भी रिटेल शोरूम या शॉप से स्मार्टफोन खरीद रहे हैं, वहां से पेपर्स पर सील जरूर लगवाएं। कंपनियां वारंटी के साथ-साथ प्रोडक्ट में डिफेक्ट निकलने पर रिप्लेसमेंट का भी ऑप्शन देती हैं।
आईएमईआई नंबर
हर मोबाइल का अलग आईएमईआई नंबर होता है। अपने फोन से *#06# डायल कर या हैंडसेट की बैट्री निकालकर फोन के पैनल पर लगे स्टीकर से इस नंबर का पता किया जा सकता है। अगर फोन डुअल सिम है तो उसके दो आईएमईआई नंबर होंगे।
वेंडर रेटिंग
फोन ऑनलाइन खरीदते वक्त वेंडर रेटिंग पर जरूर ध्यान दें। अच्छे वेंडर के प्रोडक्ट नकली होने की संभावना कम होती है। हमेशा अच्छी रेटिंग वाली ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से ही स्मार्टफोन खरीदें।
एप भी मददगार
गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे कई एंड्रॉइड एप्स हैं जो स्मार्टफोन के हार्डवेयर से जुड़ी तमाम जानकारी देते हैं। ये मॉडल, ब्रैंड, स्क्रीन के साथ अन्य हार्डवेयर फीचर्स की भी जानकारी देते हैं।
 अगर आपकी कार में म्यूजिक सिस्टम नहीं है तो पुराना स्मार्टफोन काम आ सकता है। इसके लिए बस कुछ म्यूजिक और कार से जुड़े सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने होंगे।
 कार में जीपीएस के लिए आईफोन को इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लैंडस्केप मोड में देखने के लिए 'एसबी रोटेटर' एप डाउनलोड करना होगा। करीब 200 रुपए की यह एप आपके लिए बहुत काम की साबित होगी।
 जीपीएस के लिए पुराना एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करना चाहते हैं तो गूगल प्ले स्टोर से 'अल्टीमेट रोटेशन कंट्रोल' एप डाउनलोड कर लें।
 ऐसे में अगर एंड्रॉयड स्मार्टफोन को डाटा कनेक्टिविटी चाहिए तो उसे नए स्मार्टफोन से कनेक्ट कर करते हैं। आप आईफोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे 'टीथरिंग' तकनीक के सहारे नए फोन से कनेक्ट किया जा सकता है। इस तरह से कम खर्च में भी बेहतर सुविधा ली जा सकती है।
फिनिशिंग और लोगो
स्मार्टफोन असली है या नकली, यह पहचानने के लिए उसकी बॉडी की फिनिशिंग और कंपनी के लोगो को ध्यान से देखें। अगर लोगो या फिनिशिंग में कोई भी गड़बड़ लगती है तो फोन नकली हो सकता है। नकली फोन में अक्सर लोगो ऊपर से लगा दिया जाता है। स्मार्टफोन खरीदते वक्त फोन की पैकिंग भी गौर से देखें।
कलर और डिजाइन
हो सके तो फोन खरीदने से पहले पसंदीदा मॉडल्स के बारे में इंटरनेट से जानकारी ले लें। जैसे कि कितने रंगों में फोन लॉन्च किया गया है। स्मार्टफोन की जानकारी सिर्फ कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से ही देखें।
फोन का वजन
फोन का वजन भी ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर लें। इसलिए कि नकली फोन में कम गुणवत्ता वाले पार्ट्स लगा दिए जाते हैं। ऐसे में उनका वजन असल फोन से कम या ज्यादा हो सकता है।
स्पीड और फीचर्स
अगर आपके फोन के फीचर्स धीरे चल रहे हैं, तो भी यह नकली हो सकता है। इसलिए कि नकली फोन में सॉफ्टवेयर की मदद से हार्डवेयर डिटेल बदल दी जाती है।
गारंटी-वारंटी
फोन की गारंटी या वारंटी के बारे में जरूर पता कर लें। इससे जुड़े तमाम पेपर्स को ध्यान से जांच लें। जिस भी रिटेल शोरूम या शॉप से स्मार्टफोन खरीद रहे हैं, वहां से पेपर्स पर सील जरूर लगवाएं। कंपनियां वारंटी के साथ-साथ प्रोडक्ट में डिफेक्ट निकलने पर रिप्लेसमेंट का भी ऑप्शन देती हैं।
आईएमईआई नंबर
हर मोबाइल का अलग आईएमईआई नंबर होता है। अपने फोन से *#06# डायल कर या हैंडसेट की बैट्री निकालकर फोन के पैनल पर लगे स्टीकर से इस नंबर का पता किया जा सकता है। अगर फोन डुअल सिम है तो उसके दो आईएमईआई नंबर होंगे।
वेंडर रेटिंग
फोन ऑनलाइन खरीदते वक्त वेंडर रेटिंग पर जरूर ध्यान दें। अच्छे वेंडर के प्रोडक्ट नकली होने की संभावना कम होती है। हमेशा अच्छी रेटिंग वाली ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से ही स्मार्टफोन खरीदें।
एप भी मददगार
गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे कई एंड्रॉइड एप्स हैं जो स्मार्टफोन के हार्डवेयर से जुड़ी तमाम जानकारी देते हैं। ये मॉडल, ब्रैंड, स्क्रीन के साथ अन्य हार्डवेयर फीचर्स की भी जानकारी देते हैं।
 अगर आपकी कार में म्यूजिक सिस्टम नहीं है तो पुराना स्मार्टफोन काम आ सकता है। इसके लिए बस कुछ म्यूजिक और कार से जुड़े सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने होंगे।
 कार में जीपीएस के लिए आईफोन को इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लैंडस्केप मोड में देखने के लिए 'एसबी रोटेटर' एप डाउनलोड करना होगा। करीब 200 रुपए की यह एप आपके लिए बहुत काम की साबित होगी।
 जीपीएस के लिए पुराना एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करना चाहते हैं तो गूगल प्ले स्टोर से 'अल्टीमेट रोटेशन कंट्रोल' एप डाउनलोड कर लें।
 ऐसे में अगर एंड्रॉयड स्मार्टफोन को डाटा कनेक्टिविटी चाहिए तो उसे नए स्मार्टफोन से कनेक्ट कर करते हैं। आप आईफोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे 'टीथरिंग' तकनीक के सहारे नए फोन से कनेक्ट किया जा सकता है। इस तरह से कम खर्च में भी बेहतर सुविधा ली जा सकती है।
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