पीएम नरेंद्र मोदी, फेसबुक मार्क जुकरबर्ग मुलाकात नहीं देखी तो क्या देखा meet Facebook CEO


प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ये मुलाकात फेसबुक के मालिक के साथ इतिहास और युवा वर्ग के लिया बहुत ही यादगार मुलाकात बन गई हे इसके कारण आपको में बताता हु

फेसबुक मुख्यालय टाउन हॉल में रविवार को दुनिया की दिग्गज कम्पनी के मालिक के बुलाबे पर भारतीय पीएम श्री मोदी जी अमेरिका फेसबुक कार्यालय पहुंचे । फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग स्वागत में देखे गये, निश्चित रूप से एक भारतीय झंडा और लेखन में शामिल करने के लिए अपने प्रोफ़ाइल तस्वीर बदल lee or kaha: "मैं डिजिटल इंडिया, इंटरनेट के लिए ग्रामीण समुदायों को जोड़ने और लोगों के लिए पहुँच प्रदान करने के लिए भारत सरकार के प्रयास का समर्थन करने के लिए अपने प्रोफ़ाइल तस्वीर badal le ।

" 50 मिनट की घटना में, दोनों पुरुषों भावुक हो गए। मोदी दर्शकों महिलाओं को अपने देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण  कहा, और वह अपने जीवन में उसकी मां की भूमिका पर चर्चा की

मोदी को भावुक होते देख लोगों ने खड़े होकर दिया सम्मान 

प्रधानमंत्री मोदी रविवार को फेसबुक हेडक्वार्टर पहुंचे। सीईओ मार्क जकरबर्ग के साथ उन्होंने यहां लोगों के सवालों के जवाब दिए। सवाल-जवाब सेशन के दौरान मार्क ने मोदी की मां पर सवाल पूछा। मोदी ने कहा-मैं गरीब परिवार से हूं। बचपन में चाय बेची है। मेरे पिताजी नहीं रहे। माताजी हंै। 90 साल से ज्यादा उम्र है। आज भी अपने सारे काम खुद करती है। हम जब छोटे थे तो गुजारा करने के लिए वे घरों में बर्तन साफ करती थीं। (यह कहते हुए उनका गला भर आया)। आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया होगा। मैं सभी माताओं को वंदन करता हूं। दफ्तर में जकरबर्ग के माता-पिता भी मौजूद थे। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका सम्मान किया। 


गूगल भी पहुंचे... सवाल-भारत के भविष्य के प्रति विश्व आशावान क्यों हों?
मोदी:दुनिया की एजेंसियां कह रही हैं कि भारत दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी है। हम आठ ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी है। मेरा ड्रीम 20 ट्रिलियन में कन्वर्ट करना है। यह काम मुझे करना है। 15 महीने में हमने खोया हुआ विश्वास लौटाया है। आईसीयू में पड़े पेशेंट को भी अपने डॉक्टर के आने पर ठीक होने का भरोसा होता है तो वह भी ठीक हो जाता है।
सवाल-क्या 15 माह में भारत में कारोबार करना आसान हुआ है?
मोदी: 100 दिन में 18 करोड़ बैंक खाते खुलवाए। लो कॉस्ट मैन्यूफेक्चरिंग, स्किल्ड मैनपावर, बिजनेस मार्केट इन इंडिया...यह संभावनाएं मेक इन इंडिया के लिए है। देश जवान हो। डेमोक्रेसी, मीडिया, ज्यूडीशियरी वाइब्रंट हो तो एक जैसा सोचने वालों के लिए अवसर होते हैं। इसमें डी-रेगुलराइजेशन कर रहा हूं। होटल चलाना है तो लोग चलाएंगे। यह सरकार का काम नहीं है।
मोदी संग 65 लाख करोड़ के सीईओ
2013-14 में 1,47,518 करोड़ रु 2014-15 में 1,89,107 करोड़ रु
28% निवेश बढ़ा इस दौरान यहां से निवेश बढ़ा
87.91% मॉरिशस 16.07% सिंगापुर
20.87% जापान
131.95% अमेरिका
13.31% जर्मनी
110.69% फ्रांस
भास्कर एक्सपर्ट
निवेश या नौकरी नहीं, सिर्फ सुविधाएं देंगी ये कंपनियां -अर्थशास्त्री बीबी भट्‌टाचार्य को पढ़िये देश-विदेश पेज पर 

References

http://bhaskar.com

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