स्वतंत्रता दिवस के बारे में जाने महत्व
19 May 2015
Add Comment
स्वतंत्रता दिवस
भारत में 'स्वतंत्रता दिवस' 15 अगस्त को मनाया जाता है। 15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त होकर स्वतंत्रता प्राप्त क़ी थी। इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधान-मंत्री लाल किला, दिल्ली में झंडा फहराते हैं। झंडे को सलामी दी जाती है और राष्ट्रीय गीत एवं धुन गयी जाती है। प्रधान-मंत्री राष्ट्र के नाम सन्देश देते हैं और देशभक्तों को याद किया जाता है।
देश के सभी राज्यों क़ी राजधानियों में झंडा रोहण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निगम एवं प्रशासनिक कार्यालयों में झंडारोहण का कार्यक्रम होता है। स्कूल एवं कालेजों में विभिन्न कार्यक्रम, खेल-कूद एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है तथा विजेताओं को सम्मानित किया जाता है। (भाषण,निबंध,कविताएं,संदेश)
15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है।
भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष में अनेक अध्याय जुड़े हैं जो 1857 की क्रांति से लेकर जलियाँवाला बाग नरसंहार, असहयोग आंदोलन से लेकर नमक सत्याग्रह तक अनेक हैं। भारत ने एक लंबी यात्रा तय की है जिसमें अनेक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अभियान हुए और इसमें उपयोग किए गए दो प्रमुख अस्त्र थे सत्य और अहिंसा।
हमारी स्वतंत्रता के संघर्ष में भारत के राजनैतिक संगठनों के व्यापक रंग, उनकी दर्शन धारा और आंदोलन शामिल हैं जो एक महान कारण के लिए एक साथ मिलकर चले और ब्रिटिश उप-निवेश साम्राज्य का अंत हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र का जन्म हुआ।
यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। स्वतंत्रता दिवस पर प्रत्येक भारतीय के मन में राष्ट्रीयता, भाई-चारे और निष्ठा की भावना भर जाती है।
स्वतंत्रता दिवस को पूरी निष्ठा, गहरे समर्पण और अपार देश भक्ति के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। स्कूलों और कालेजों में यह दिन सांस्कृतिक गतिविधियों, कवायद और ध्वज आरोहण के साथ मनाया जाता है। दिल्ली में प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते हैं और इसके बाद राष्ट्र गान गाया जाता है। वे राष्ट्र को संबोधित भी करते हैं और पिछले एक वर्ष के दौरान देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं तथा आगे आने वाले समय के लिए विकास का आह्वान करते हैं। इसके साथ वे आज़ादी के संघर्ष में शहीद हुए नेताओं को श्रद्धांजलि देते हैं और आज़ादी की लड़ाई में उनके योगदान पर अभिवादन करते हैं।
एक अत्यंत रोचक गतिविधि जो स्वतंत्रता दिवस के साथ जुड़ी हुई है, वह है पतंग उड़ाना, जिसे आज़ादी और स्वतंत्रता का संकेत कहा जाता है।
भारत में 'स्वतंत्रता दिवस' 15 अगस्त को मनाया जाता है। 15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त होकर स्वतंत्रता प्राप्त क़ी थी। इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधान-मंत्री लाल किला, दिल्ली में झंडा फहराते हैं। झंडे को सलामी दी जाती है और राष्ट्रीय गीत एवं धुन गयी जाती है। प्रधान-मंत्री राष्ट्र के नाम सन्देश देते हैं और देशभक्तों को याद किया जाता है।
देश के सभी राज्यों क़ी राजधानियों में झंडा रोहण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निगम एवं प्रशासनिक कार्यालयों में झंडारोहण का कार्यक्रम होता है। स्कूल एवं कालेजों में विभिन्न कार्यक्रम, खेल-कूद एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है तथा विजेताओं को सम्मानित किया जाता है। (भाषण,निबंध,कविताएं,संदेश)
15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है।
भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष में अनेक अध्याय जुड़े हैं जो 1857 की क्रांति से लेकर जलियाँवाला बाग नरसंहार, असहयोग आंदोलन से लेकर नमक सत्याग्रह तक अनेक हैं। भारत ने एक लंबी यात्रा तय की है जिसमें अनेक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अभियान हुए और इसमें उपयोग किए गए दो प्रमुख अस्त्र थे सत्य और अहिंसा।
हमारी स्वतंत्रता के संघर्ष में भारत के राजनैतिक संगठनों के व्यापक रंग, उनकी दर्शन धारा और आंदोलन शामिल हैं जो एक महान कारण के लिए एक साथ मिलकर चले और ब्रिटिश उप-निवेश साम्राज्य का अंत हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र का जन्म हुआ।
यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। स्वतंत्रता दिवस पर प्रत्येक भारतीय के मन में राष्ट्रीयता, भाई-चारे और निष्ठा की भावना भर जाती है।
अनेकानेक आयोजन
स्वतंत्रता दिवस को पूरी निष्ठा, गहरे समर्पण और अपार देश भक्ति के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। स्कूलों और कालेजों में यह दिन सांस्कृतिक गतिविधियों, कवायद और ध्वज आरोहण के साथ मनाया जाता है। दिल्ली में प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते हैं और इसके बाद राष्ट्र गान गाया जाता है। वे राष्ट्र को संबोधित भी करते हैं और पिछले एक वर्ष के दौरान देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं तथा आगे आने वाले समय के लिए विकास का आह्वान करते हैं। इसके साथ वे आज़ादी के संघर्ष में शहीद हुए नेताओं को श्रद्धांजलि देते हैं और आज़ादी की लड़ाई में उनके योगदान पर अभिवादन करते हैं।
एक अत्यंत रोचक गतिविधि जो स्वतंत्रता दिवस के साथ जुड़ी हुई है, वह है पतंग उड़ाना, जिसे आज़ादी और स्वतंत्रता का संकेत कहा जाता है।
0 Response to " स्वतंत्रता दिवस के बारे में जाने महत्व"
Post a Comment
Thanks for your valuable feedback.... We will review wait 1 to 2 week 🙏✅