8 छोटे ब्रांड्स करोड़ों में कमाई जनकारी देख लो top business tips
27 June 2019
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Vyapar kaise kare bharat me tips hindi रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल तमाम प्रोडक्ट ऐसे हैं, जो बेहद छोटे हैं लेकिन उनके नाम हर किसी की जुबान पर रहते हैं
लगभग हर रोज हमें इनकी जरूरत पड़ती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये छोटे दिखने वाले उत्पाद कंपनियों के लिए करोड़ों की कमाई का जरिया हैं।
हम आपको बता रहे हैं ऐसे 8 इंडियन ब्रांड्स के बारे में, जो कंपनी के लिए बड़ी ब्रांड वैल्यू बने हुए हैं। इन प्रोडक्ट्स ने विदेशी प्रोडक्ट को भी जबर्दस्त टक्कर दे रखी है
नटराज पेंसिलः 300 करोड़
ये कहा जा सकता है कि यह बच्चों की फेवरेट पेंसिल है। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले तक परीक्षाओं में इसी पेंसिल के इस्तेमाल की हिदायत दी जाती थी। हिंदुस्तान पेंसिल के इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ 300 करोड़ रुपए है
सेलो पैनः 1000 करोड़
भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी जैसे स्टार इस पेन का विज्ञापन कर रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों में सेलो पैन की अच्छी खासी डिमांड रहती है। इसी नेट वर्थ 1000 करोड़ रुपये है
निरमाः 3550 करोड़
डिटरजेंट लेने दुकान पर जाते ही, लोगों के मुंह से पहला शब्द निकलता है निरमा देना!! ब्रांड की बात बाद में होती है। शायद इसी करिश्मे ने निरमा को एशिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले डिटरजेंट में से एक का खिताब दिलाया है। निरमा की नेट वर्थ 3550 करोड़ रुपये है।
पास-पासः 300 करोड़
ये माउथ फ्रेशनर लोगों का फेवरेट है। सौंफ का प्रयोग इसे खास बनाता है। पास-पास लगभग हर पान की दुकान पर मिलता है। इसे डीएस ग्रुप बनाता है, जिसका सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्रांड रजनीगंधा है। इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ 300 करोड़ रुपये है
शिप माचिसः 130 करोड़
इस माचिस को विमको कंपनी बनाती है। ज्यादातर पान वालों पर ये माचिस मिलती है। इसकी तीली की खासियत है, वह जल्दी जलती है। इसकी कुल संपत्ति 130 करोड़ के आसपास है
घड़ी डिटरजेंटः 2000 करोड़
देश में बहुत कुछ बदला, लेकिन नहीं बदली तो ये लाइन ‘पहले इस्तेमाल करें, फिर विश्वास करें’। इसी लाइन ने घड़ी डिटरजेंट को नई ऊंचाइयां दीं। आरएसपीएल कंपनी की ओर से तैयार होने वाले घड़ी डिटरजेंट की नेट वर्थ 2000 करोड़ के आसपास है
रूह-आफजाः 500 करोड़
गर्मियों का ड्रिंक भारत में बेहद पसंदीदा है। इसको बनाने वाली कंपनी हमदर्द का दावा है कि यह देश का बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट है। रूह-आफजा की नेट वर्थ 500 करोड़ रुपए है
मिल्टन बोतलः 200 करोड़
स्कूल जाते बच्चों के हाथ में मिल्टन की बोतल देखकर कभी आपने इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ का अंदाजा लगाया है क्या ? आपको जानकर हैरानी होगी कि मिल्टन की नेट वर्थ 200 करोड़ रुपए है।
लगभग हर रोज हमें इनकी जरूरत पड़ती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये छोटे दिखने वाले उत्पाद कंपनियों के लिए करोड़ों की कमाई का जरिया हैं।
हम आपको बता रहे हैं ऐसे 8 इंडियन ब्रांड्स के बारे में, जो कंपनी के लिए बड़ी ब्रांड वैल्यू बने हुए हैं। इन प्रोडक्ट्स ने विदेशी प्रोडक्ट को भी जबर्दस्त टक्कर दे रखी है
नटराज पेंसिलः 300 करोड़
ये कहा जा सकता है कि यह बच्चों की फेवरेट पेंसिल है। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले तक परीक्षाओं में इसी पेंसिल के इस्तेमाल की हिदायत दी जाती थी। हिंदुस्तान पेंसिल के इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ 300 करोड़ रुपए है
सेलो पैनः 1000 करोड़
भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी जैसे स्टार इस पेन का विज्ञापन कर रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों में सेलो पैन की अच्छी खासी डिमांड रहती है। इसी नेट वर्थ 1000 करोड़ रुपये है
निरमाः 3550 करोड़
डिटरजेंट लेने दुकान पर जाते ही, लोगों के मुंह से पहला शब्द निकलता है निरमा देना!! ब्रांड की बात बाद में होती है। शायद इसी करिश्मे ने निरमा को एशिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले डिटरजेंट में से एक का खिताब दिलाया है। निरमा की नेट वर्थ 3550 करोड़ रुपये है।
पास-पासः 300 करोड़
ये माउथ फ्रेशनर लोगों का फेवरेट है। सौंफ का प्रयोग इसे खास बनाता है। पास-पास लगभग हर पान की दुकान पर मिलता है। इसे डीएस ग्रुप बनाता है, जिसका सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्रांड रजनीगंधा है। इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ 300 करोड़ रुपये है
शिप माचिसः 130 करोड़
इस माचिस को विमको कंपनी बनाती है। ज्यादातर पान वालों पर ये माचिस मिलती है। इसकी तीली की खासियत है, वह जल्दी जलती है। इसकी कुल संपत्ति 130 करोड़ के आसपास है
घड़ी डिटरजेंटः 2000 करोड़
देश में बहुत कुछ बदला, लेकिन नहीं बदली तो ये लाइन ‘पहले इस्तेमाल करें, फिर विश्वास करें’। इसी लाइन ने घड़ी डिटरजेंट को नई ऊंचाइयां दीं। आरएसपीएल कंपनी की ओर से तैयार होने वाले घड़ी डिटरजेंट की नेट वर्थ 2000 करोड़ के आसपास है
रूह-आफजाः 500 करोड़
गर्मियों का ड्रिंक भारत में बेहद पसंदीदा है। इसको बनाने वाली कंपनी हमदर्द का दावा है कि यह देश का बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट है। रूह-आफजा की नेट वर्थ 500 करोड़ रुपए है
मिल्टन बोतलः 200 करोड़
स्कूल जाते बच्चों के हाथ में मिल्टन की बोतल देखकर कभी आपने इस प्रोडक्ट की नेट वर्थ का अंदाजा लगाया है क्या ? आपको जानकर हैरानी होगी कि मिल्टन की नेट वर्थ 200 करोड़ रुपए है।
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