बहुत कोशिश की किन्तु... कहानी सफलता की success stories in hindi
1 February 2016
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भिण्ड जिले के गोहद कस्बे में रहने वाले राजेश बसैया ने सोचा नहीं था कि सफलता उनके कदम चूमेगी। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले राजेश ने अपनी मेहनत की दम पर बी.ए. एम.ए., पीजीडीसीए की पढ़ाई करने के बाद नौकरी के लिए बहुत कोशिश की किन्तु सफलता नहीं मिली।
काम करने का जुनून और आगे बढ़ने की महत्वाकांक्षा के चलते उन्हें राह मिली। तीन साल पहले जिला अन्त्यावसायी सहकारी समिति ने शासन की अनुसूचित जाति स्व-रोजगार योजना में राजेश को कम्प्यूटर इकाई के लिए 50 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध करवाया। इसमें 10 हजार रुपए का अनुदान भी शामिल था।
सुखद जिंदगी की तमन्ना लेकर राजेश ने गंज बाजार गोहद में बसैया कम्प्यूटर सेंटर नाम से अपनी दुकान स्थापित की। धीरे-धीरे उनका कारोबार बढ़ा और आज राजेश कम्प्यूटर के संचालन बाजार में श्रेष्ठ व्यवसायियों में से एक हैं।
सेंटर में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। कई प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इससे उनकी आय का जरिया बढ़ा है। व्यवहार-कुशल राजेश ने विकास की राह पर आगे बढ़ते हुए कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। राजेश ने बताया कि पहले वह पैसे के लिए मोहताज थे लेकिन आज स्वयं के पास चार पैसे हो गए हैं।
उनके रहन-सहन और जीवन शैली में बदलाव आया है। लोगों की नजर में रूतबा बढ़ गया है। आज राजेश को नौकरी न मिल पाने का कोई मलाल नहीं है।
Source of info.http://mpinfo.org/MPinfoStatic/Hindi/success/2014/090114.asp
भिण्ड जिले के गोहद कस्बे में रहने वाले राजेश बसैया ने सोचा नहीं था कि सफलता उनके कदम चूमेगी। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले राजेश ने अपनी मेहनत की दम पर बी.ए. एम.ए., पीजीडीसीए की पढ़ाई करने के बाद नौकरी के लिए बहुत कोशिश की किन्तु सफलता नहीं मिली।
काम करने का जुनून और आगे बढ़ने की महत्वाकांक्षा के चलते उन्हें राह मिली। तीन साल पहले जिला अन्त्यावसायी सहकारी समिति ने शासन की अनुसूचित जाति स्व-रोजगार योजना में राजेश को कम्प्यूटर इकाई के लिए 50 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध करवाया। इसमें 10 हजार रुपए का अनुदान भी शामिल था।
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bahut achha lga kuch kahi kuch ankahi bate samne aai....thanks
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