दो दोस्तों ने बनाया था WhatsApp कैसे पढ़े
10 February 2019
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Whatsapp jivani in hindi - ये वही दो दोस्त हैं जो पैसे की कमी के चलते एक वक्त वॉट्स ऐप का काम छोड़कर नौकरी करने की सोच रहे थे। आज ये दोनों दोस्त सिर्फ 55 लोगों की टीम के साथ पूरी दुनिया में वॉट्स ऐप की सर्विस चला रहे हैँ
जिस वक्त तक वॉट्स ऐप ने काम करना शुरू किया उस समय फ्री मैसेजिंग के लिए स्काइप, बीबीएम या जीचैट जैसे ऑप्शन थे लेकिन वॉट्स ऐप में खास बात यह भी कि यह मोबाइल नंबर से लॉग इन होता था।
वॉट्स ऐप पर काम करते हुए कॉम और ऐक्टन आपस में एक दूसरे से वॉट्स पर बात करते हुए उसे टेस्ट करते थे। उस वक्त भी वॉट्स ऐप में राइट के दो निशान का मतलब होता था कि मैसेज दूसरे फोन में पहुंच गया है। और ऐक्टन को यह अहसास हुआ कि जिस चीज पर काम कर रहे हैं उसमें कितनी क्षमताएं हैं।
इसके बाद कॉम और ऐक्टन काम करते गए। एक छोटा सा ऑफिस खोला जहां कुछ लोग मिलकर काम करते रहे। कॉम और ऐक्सटन भी कोडिंग पर लगातार काम करते रहे। इसके बाद दोनों के कुछ पुराने साथियों ने वाट्स ऐप पर काम करने के लिए लगभाग 250,000 डॉलर इन्वेस्ट किए।
इस बीच इनका काम चलता रहा और बीबीएम और आईफोन और बाकी स्माइर्टफोन इस्तेमाल करने वाले दोस्त इन्हें मेल लिखते रहे और वाट्स ऐप के बार में पूछते रहे।
ये सारे लोग उत्साहित थे क्योंकि वे एक ऐसा फ्री ऐप इस्तेमाल करने वाले थे जिसे दुनिया में कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्हें यह बहुत ही बेहतरीन आइडिया लगा कि एक छोटे से ऐप से इतनी आसानी से दुनिया के किसी भी कोने में बैठा इंसान अपनी कोई भी तस्वीर या वीडियो किसी को इतनी आसानी से भेज सकता है। शुरुआत में काम करते हुए वॉट्स ऐप के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी लोगों के मोबाइल नंबर पर वेरिफिकेश न कोड भेजने की। जो सर्विस कंपनी लोगों को वेरिफिकेशन कोड भेजती थी वह दुनिया की अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग पैसा लेती थी और यही कॉम के बैंक अकाउंट को सबसे ज्यादा भारी पड़ रहा था। लेकिन गनीमत थी कि 2010 तक आते-आते कंपनी थोड़ा रेवन्यू जनरेट करने लगी।
वॉट्स ऐप की लॉन्चिंग बेहद चुपचाप तरह से हुई। एक स्टाफ मेंबर ने जब कॉम से कहा कि आ पने प्रेस या विज्ञापन के लिए किसी को क्यों नहीं बुला या, ये सब थोड़ी धूल झाड़ते और हमारा प्रोडक्ट थोड़ा और चमकता। इस पर कॉम ने बहुत प्रेम से कहा , "हां और वह धूल हमारी ही आंखों में उड़कर जम जातीं और हम अपना काम कभी फोकस के साथ नहीं कर पाते। "
कॉम और ऐक्टन ने शुरुआत से यह बात सोच रखी थी कि वे मीडिया से दूर र हेंगे और उन्हें कोई अपडेट नहीं देंगे। और उन्होंने 2011 में वॉट्स ऐप के वायरल होने के बाद भी मीडिया में इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी। और 2013 में वॉट्स ऐप ने सारी चैट ऐप्स को मात देते हुए मार्केट पर कब्जा जमा लिया और अपने साथ
2014 के अगस्त महीने तक वॉट्स ऐप के मंथली यूजर 60 करोड़ हो चुके थे। इस वक्त लोग इस ऐप से कितनी तेजी से जुड़ रहे हैं इस बात इसी से समझा जा सकता है कि हर महीने लगभग ढाई करोड़ नए एक्टिव यूजर वाट्स ऐप से जुड़ रहे हैं।
मार्च में ऐप के को-फाउंडर ब्रायन ऐक्टन ने फोर्ब्स को बताया था कि एक दिसंबर 2013 के बाद से हर दिन वॉट्स ऐप में 10 लाख नए लोग लॉग इन कर रहे हैं।
इस वक्त सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर वॉट्स ऐप के ही हैं। चीन की ' वी-चैट' और जापान के ' लाइन' ऐप को वॉट्स ऐप कापी पहले पछाड़ चुका है।
इस समय भारत में वॉट्स ऐप के छह करोड़ से भी ज्यादा एक्टिव यूजर हैं।
2014 की फोर्ब्स की रिपोर्ट्स के अनुसार जां कॉम 6.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया भर के सबसे अमीरलोगों की लिस्ट में 202 वीं रैंक पर हैं। वहीं ब्रायन ऐक्टन 3 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 551 वीं रैंक पर हैं।
वॉट्स ऐप पर काम करते हुए कॉम और ऐक्टन आपस में एक दूसरे से वॉट्स पर बात करते हुए उसे टेस्ट करते थे। उस वक्त भी वॉट्स ऐप में राइट के दो निशान का मतलब होता था कि मैसेज दूसरे फोन में पहुंच गया है। और ऐक्टन को यह अहसास हुआ कि जिस चीज पर काम कर रहे हैं उसमें कितनी क्षमताएं हैं।
इसके बाद कॉम और ऐक्टन काम करते गए। एक छोटा सा ऑफिस खोला जहां कुछ लोग मिलकर काम करते रहे। कॉम और ऐक्सटन भी कोडिंग पर लगातार काम करते रहे। इसके बाद दोनों के कुछ पुराने साथियों ने वाट्स ऐप पर काम करने के लिए लगभाग 250,000 डॉलर इन्वेस्ट किए।
इस बीच इनका काम चलता रहा और बीबीएम और आईफोन और बाकी स्माइर्टफोन इस्तेमाल करने वाले दोस्त इन्हें मेल लिखते रहे और वाट्स ऐप के बार में पूछते रहे।
ये सारे लोग उत्साहित थे क्योंकि वे एक ऐसा फ्री ऐप इस्तेमाल करने वाले थे जिसे दुनिया में कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्हें यह बहुत ही बेहतरीन आइडिया लगा कि एक छोटे से ऐप से इतनी आसानी से दुनिया के किसी भी कोने में बैठा इंसान अपनी कोई भी तस्वीर या वीडियो किसी को इतनी आसानी से भेज सकता है। शुरुआत में काम करते हुए वॉट्स ऐप के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी लोगों के मोबाइल नंबर पर वेरिफिकेश न कोड भेजने की। जो सर्विस कंपनी लोगों को वेरिफिकेशन कोड भेजती थी वह दुनिया की अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग पैसा लेती थी और यही कॉम के बैंक अकाउंट को सबसे ज्यादा भारी पड़ रहा था। लेकिन गनीमत थी कि 2010 तक आते-आते कंपनी थोड़ा रेवन्यू जनरेट करने लगी।
2011 तक आते आते वॉट्स ऐप ने कई चीजें डेवलप की जिनमें एक दूसरे को फोटो भेजना शामिल था। इंस्टेंट चैट के लिए इस ऐप को इतना ज्यादा पसंद किया जा रहा था कि इसी साल यह ऐप अमरीका के टॉप 20 ऐप में शामिल हो गया।
वॉट्स ऐप की लॉन्चिंग बेहद चुपचाप तरह से हुई। एक स्टाफ मेंबर ने जब कॉम से कहा कि आ पने प्रेस या विज्ञापन के लिए किसी को क्यों नहीं बुला या, ये सब थोड़ी धूल झाड़ते और हमारा प्रोडक्ट थोड़ा और चमकता। इस पर कॉम ने बहुत प्रेम से कहा , "हां और वह धूल हमारी ही आंखों में उड़कर जम जातीं और हम अपना काम कभी फोकस के साथ नहीं कर पाते। "
कॉम और ऐक्टन ने शुरुआत से यह बात सोच रखी थी कि वे मीडिया से दूर र हेंगे और उन्हें कोई अपडेट नहीं देंगे। और उन्होंने 2011 में वॉट्स ऐप के वायरल होने के बाद भी मीडिया में इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी। और 2013 में वॉट्स ऐप ने सारी चैट ऐप्स को मात देते हुए मार्केट पर कब्जा जमा लिया और अपने साथ
2014 के अगस्त महीने तक वॉट्स ऐप के मंथली यूजर 60 करोड़ हो चुके थे। इस वक्त लोग इस ऐप से कितनी तेजी से जुड़ रहे हैं इस बात इसी से समझा जा सकता है कि हर महीने लगभग ढाई करोड़ नए एक्टिव यूजर वाट्स ऐप से जुड़ रहे हैं।
मार्च में ऐप के को-फाउंडर ब्रायन ऐक्टन ने फोर्ब्स को बताया था कि एक दिसंबर 2013 के बाद से हर दिन वॉट्स ऐप में 10 लाख नए लोग लॉग इन कर रहे हैं।
इस वक्त सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर वॉट्स ऐप के ही हैं। चीन की ' वी-चैट' और जापान के ' लाइन' ऐप को वॉट्स ऐप कापी पहले पछाड़ चुका है।
इस समय भारत में वॉट्स ऐप के छह करोड़ से भी ज्यादा एक्टिव यूजर हैं।
2014 की फोर्ब्स की रिपोर्ट्स के अनुसार जां कॉम 6.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया भर के सबसे अमीरलोगों की लिस्ट में 202 वीं रैंक पर हैं। वहीं ब्रायन ऐक्टन 3 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 551 वीं रैंक पर हैं।
muje whats app hack karna kese karu
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