मिर्गी का आयुर्वेदिक इलाज उपचार mirgi ka ilaj in hindi epilepsy treatment
11 December 2015
10 Comments
मिर्गी (एपिलेप्सी Epilepsy) एक परेशान कर देने वाली बीमारी है. जिसमे रोगी को बार बार दौरा पड़ता है इस बीमारी को आपसमर और मिर्गी भी कहते है. मस्तिष्क में गड़बड़ी के चलते इस बीमारी में बार बार दौरा पड़ता है और व्यक्ति मूर्छित हो जाता है.
इसके अलावा इसका शरीर पर कई तरह का असर देखने को मिलते है. जैसे की मिर्गी से पीढ़ीत व्यक्ति को चक्कर आते है, हाथ पैर में झटके आते है, इस वजह से मिरगी के रोगियो में हमेशा डर बना रहता है. वो अकेले आने जाने से घबराते है.
ग़लत जीवंशेली और ख़ान पान के चलते शरीर में विषेले पदार्थ जमा होने लगते है. जिससे की मस्तिष्क के कोषो पर दबाव बनना शुरू हो जाता है. और इस वजह से मिर्गी हो जाती है. दिमाग़ के अंदर के स्नायु कोशिकाओ के बीच तालमेल ना हो पाना ही इस बीमारी के होने का मुख्या कारण है. वैसे रसायनिक असंतुलन भी इसके पीछे की एक वजह है.
मिर्गी दो प्रकार की होती है, पहली तो आंशिक मिर्गी, यह दिमाग़ के एक भाग को प्रभावित करती है, और दूसरी व्यापक मिर्गी, यह दिमाग के दोनो भाग को प्रभावित करती है. पूरे विश्वा मई 5 करोड़ से भी आधिक लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे है. सिर्फ़ भारत की बात करे तो 80 लाख से 1करोड़ तक लोग इस बीमारी से जुछ रहे है. आजकल इसका इल्लज संभव है.
मिर्गी होने के कई कारण होते है जैसे brain tumors, brain hembredge, bukhar aadi. Mirgika illaj(एपिलेप्सी ट्रीटमेंट) सही वक्त पर नही किया जाए तो इससे और भी बड़ी बीमारी होने के ख़तरा हो जाता है.
मिर्गी के सामानया लक्षण
मिर्गी का सही इलाज
मिर्गी जैसे बीमारी को दूर करने के लिए अगर हम सही तरीका अपनाए तो जल्द ही निजात मिल सकता है. मिर्गी का इल्लाज दवाई या सर्जरी से भी किया जा सकता है, लेकिन ज़्यादातर लोग उनकी परेशानियो का हाल नही निकलते के लिए केवल आराम करते है, जो तरीका बिल्कुल ग़लत होता है. इस बीमारी को ठीक करने के लिए चिकित्सक से ही इलाज करवाए.
कई बार आएसा होता है की मरीज़ो को दी गई दवाए आसार नही करती, और उन्हे फिरसे दौरे पड़ना शुरू हो जाते है, आएसए मे चिकित्सक को वापिस दिखाए, मान से ही उपचार बन ना करे. मिर्गी का उपचार सर्जरी और दवायो की मदद से किया जाता है. लेकिन किन मरीज़ो को सर्जरी के लिए माना होता है, उनके लिए डीप ब्रायन स्तीमूल्िज़त्िओं (ड्बेस) थेरपी की सलाह दी जाती है. यह सेफ होने के साथ-साथ प्रभावी भी होती है. इसके कोई दुष्प्रभाव नही होते है. हलकी यह उपचार पद्धति भारत मई नयी है, लेकिन पासचिं देशो मे इसका इल्लज सफलता पूर्वक किया जाता है.
एपिलेप्सी प्रिकॉशन्स: अपनाए यह तरीके
मिर्गी (एपिलेप्सी) के मरीज़ो को बार-बार दौरा नही आए उसके लिए इन्न बातो का ख्याल रखना चाहिए.
इसके अलावा इसका शरीर पर कई तरह का असर देखने को मिलते है. जैसे की मिर्गी से पीढ़ीत व्यक्ति को चक्कर आते है, हाथ पैर में झटके आते है, इस वजह से मिरगी के रोगियो में हमेशा डर बना रहता है. वो अकेले आने जाने से घबराते है.
ग़लत जीवंशेली और ख़ान पान के चलते शरीर में विषेले पदार्थ जमा होने लगते है. जिससे की मस्तिष्क के कोषो पर दबाव बनना शुरू हो जाता है. और इस वजह से मिर्गी हो जाती है. दिमाग़ के अंदर के स्नायु कोशिकाओ के बीच तालमेल ना हो पाना ही इस बीमारी के होने का मुख्या कारण है. वैसे रसायनिक असंतुलन भी इसके पीछे की एक वजह है.
मिर्गी दो प्रकार की होती है, पहली तो आंशिक मिर्गी, यह दिमाग़ के एक भाग को प्रभावित करती है, और दूसरी व्यापक मिर्गी, यह दिमाग के दोनो भाग को प्रभावित करती है. पूरे विश्वा मई 5 करोड़ से भी आधिक लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे है. सिर्फ़ भारत की बात करे तो 80 लाख से 1करोड़ तक लोग इस बीमारी से जुछ रहे है. आजकल इसका इल्लज संभव है.
मिर्गी होने के कई कारण होते है जैसे brain tumors, brain hembredge, bukhar aadi. Mirgika illaj(एपिलेप्सी ट्रीटमेंट) सही वक्त पर नही किया जाए तो इससे और भी बड़ी बीमारी होने के ख़तरा हो जाता है.
मिर्गी के सामानया लक्षण
- चिड़चिड़ा महसूस होना
- थकान और तनाव
- अचानक दौरा पड़ने से शरीर का संतुलन खो बैठना
- चक्कर खा के ज़मीन पर गिर जाना.
- शरीर में झुनझुनाहट होना
- कमज़ोरी लगना
- चेहरे की मसपेशिया खिच जाना
- आँखे उप्पर हो जाना
- बिना किसी कारणवश भय लगना
- सुनने और स्वाद पहचानने में गड़बड़ी
- नींद सही समय पर नही लेना या अधूरी नींद लेना
- बहुत ज़्यादा शराब का सेवन
- गिर जाने के कारण सर पर चोट लगना
- खून में ग्लूकोस की मात्रा काम हो जाना
मिर्गी का सही इलाज
मिर्गी जैसे बीमारी को दूर करने के लिए अगर हम सही तरीका अपनाए तो जल्द ही निजात मिल सकता है. मिर्गी का इल्लाज दवाई या सर्जरी से भी किया जा सकता है, लेकिन ज़्यादातर लोग उनकी परेशानियो का हाल नही निकलते के लिए केवल आराम करते है, जो तरीका बिल्कुल ग़लत होता है. इस बीमारी को ठीक करने के लिए चिकित्सक से ही इलाज करवाए.
कई बार आएसा होता है की मरीज़ो को दी गई दवाए आसार नही करती, और उन्हे फिरसे दौरे पड़ना शुरू हो जाते है, आएसए मे चिकित्सक को वापिस दिखाए, मान से ही उपचार बन ना करे. मिर्गी का उपचार सर्जरी और दवायो की मदद से किया जाता है. लेकिन किन मरीज़ो को सर्जरी के लिए माना होता है, उनके लिए डीप ब्रायन स्तीमूल्िज़त्िओं (ड्बेस) थेरपी की सलाह दी जाती है. यह सेफ होने के साथ-साथ प्रभावी भी होती है. इसके कोई दुष्प्रभाव नही होते है. हलकी यह उपचार पद्धति भारत मई नयी है, लेकिन पासचिं देशो मे इसका इल्लज सफलता पूर्वक किया जाता है.
एपिलेप्सी प्रिकॉशन्स: अपनाए यह तरीके
मिर्गी (एपिलेप्सी) के मरीज़ो को बार-बार दौरा नही आए उसके लिए इन्न बातो का ख्याल रखना चाहिए.
- बिना गॅप करे डॉक्टर्स द्वारा दी गयी दवायो का नियमित सेवन करे.
- जितना हो सके उतना खुद को आराम दे, ताकि आपकी सही तरीके से नींद पूरी हो पाए.
- डॉक्टर्स को दिखाने के साथ-साथ घर पर योगा, मेडिटेशन का प्रयोग नियमित करे, जिससे शरीर स्वस्थ रहे, और मान, दिमाग़ मई भी शांति बनी रहे.
- धूम्रपान जैसे (दारू, सिगरेट, आल्कोहॉल, गुटका, तंबाकू, शीशा) का सेवन ना करे, क्योकि इन्न सबसे भी आपको नुकसान पहुच सकता है.
Mere mama jee ko mirge hai
ReplyDeleteOo gadenal tablat lete the
Per band ho gaya es ke karan
Fir se hone laga hai
Mai Bittu tiwari
My No 7903298300
Aap muje bata de ki kiss pr kar thik ho sk ta hai mirgi
Plzzz
my wife also having problem aanshiq mirgi problem, so please let me know what is the right way to recover she as soon as possible.
ReplyDeleteSavitiri Hospital Gorakhpur
ReplyDeleteYahan par aapka illaz ho sakta hai ....
Mera name ajay hai . Or meri age 22 hai. Jab mera born hua to ushke 1 saal baad se mere ko ye bimari ho gyi . Tab se aaj tak mera treatment chal rha hai. Beech me 5-6 saal tk to thik tha lekin ab mere ko pichle 3-4 salo se phir vhi problem ho rhi hai. Maine apne life me itni medicine kha liye hai ki ab meri kux samajh me nhi aata ki kya kru. Mere ghar wale bhi bhut preshan hai ki itni sari treatment krne k baad bhi me thik ni ho pa rha hu. Kbhi ghar walo k bare me sochta hu to rona aata hai ki ab mera aage kya hoga or mumy papa kya krenge.
ReplyDeletePlz plz meri aapse hath jodkar prarthna hai ki mujhe ishke treatment k bare me btaye..or agr ishka koi domestik treatment bhi hai to jrur btaye......mera mobile number 7409632073 hai.
Me uttarakhand ( dehradun) se hu....
Muje bhi y problem h 10 saal se kai doctoro ko dikaya medicine khati thi fir bhi 6 -6 mahine p daure aa jate reports bhi normal aati thi, mai bahut
Deleteparesan hu....abhi phir doctor change kiya hai......par ab sath mein home remedies bhi try karungi may b work kare......
Aapke pas koi solution go to please batae
nancysingh982@gmail.com
Ajay ji.. bhagwan se bada koi doctor nahi aap god se judo or ayurvedic ilaj karao bhut se govt hospital me kam paise me accha ilaj hai ..or bhagwan me trust rakho
ReplyDeleteRaat main mind me mind main ghabrat hoti hain nind main
ReplyDeleteage 11 sal. 3 sal ka tha tabhise mirgi ke daure aate hai sabhi medicin diya bade bade doctor ko dikhaya par khush fayda nahi huaa hum bacche ko lekar bahut hi pareshan hai ab zindgi nark jaisi ho gayi hai har teen din bad mirgi ka daura padata hai ayurvedic homiopathic alopathic sari koshishe kar chuke par koi labh nahi krupaya koi ilaj bataye mera phone number hai 9324803777
ReplyDeleteMERI WIFE 1 MAHINA 21 DIN SE PREGNANT HAI AUR USKO MIRGI AANE LAGA
ReplyDeletemujhe uska koi upay bataiye
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