विटामिन ई के फायदे कमी के लक्षण रोग vitamin E deficiency sources hindi


Vitamin E deficiency sources hindi शरीर के लिए कुछ ऐसे विटामिंस की आवश्यकता होती है जो बॉडी को शक्तिशाली और रोगों से लड़ने के लिए मजबूत करते हैं आज जानेंगे विटामिन ई को प्रतिरक्षा तंत्र और त्वचा, आंखों के लिए महत्वपूर्ण विटामिन है हाल के वर्षों में, विटामिन ई की दवाई एंटीऑक्सिडेंट के रूप में भी ली जाती है


विटामिन ई क्यों लेते हैं? 


बहुत से लोग विटामिन ई सप्लीमेंट का इस्तेमाल इस उम्मीद में करते हैं कि vitamin E के एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के बजय से बीमारी को रोकेंगे और बीमारी का इलाज करेंगे लेकिन कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर रोग, मोतियाबिंद, और कई अन्य स्थितियों को रोकने के लिए विटामिन ई रिसर्च में नाकाम साबित हुई है

विटामिन इ


खून में रेड बल्ड सेल या लाल रक्त कोशिका (Red Blood Cell) को बनाने के काम आता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में मदद करता है जैसे कि मांस-पेशियां, अन्य टिशू

यह शरीर को ओक्सिजन के एक नुकसानदायक रूप से बचाता है, जिसे ओक्सिजन रेडिकल्स (oxygen radicals) कहते हैं। इस गुण को एंटीओक्सिडेंट (anti-oxidants) कहा जाता है।

विटामिन इ, सेल के अस्तित्व बनाय रखने के लिये, उनके बाहरी कवच या सेल मेमब्रेन को बनाय रखता है। विटामिन इ, शरीर के फैटी एसिड को भी संतुलन में रखता है।

विटामिन ई की कमी से क्या होता है


समय से पहले हुये या प्रीमेच्योर नवजात शिशु (Premature infants) में, विटामिन इ के कमी से खून में कमी हो जाता है। इससे उनमें एनिमीया (anemia) हो सकता है। बच्चों और व्यस्क लोगों में, विटामिन इ के अभाव से, दिमाग के नसों का या न्युरोलोजीकल (neurological) समस्या हो सकता है।


बहुत अधिक खाने से लक्षण

अत्याधिक विटामिन इ लेने से खून के सेलों पर असर पर सकता है, जिससे कि खून बहना या बीमारी होना मुमकिन है।

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