MP दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट बनने जा रहा है Largest solar power plant
26 August 2015
केंद्र सरकार की सोलर पावर योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके तहत मध्य प्रदेश में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट बनने जा रहा है। यह प्लांट एमपी के रीवा जिले में लगाया जाएगा, जिसकी क्षमता 750 मेगावाट होगी। रीवा के बंडवर क्षेत्र में इसके लिए 1500 हेक्टेयर जमीन देखी गई है। इस प्लांट के लगने के बिजली उत्पादन बढ़ जाएगा, जिससे एमपी के कई गांवों को बिजली मिल सकेगी।
2017 से शुरू होगा उत्पादन
राज्य सरकार इस प्लांट पर तेजी से काम कर रही है। सरकार की पूरी कोशिश है कि प्लांट मार्च 2017 से उत्पादन शुरू कर दे। ये प्रोजेक्ट, रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्रोजेक्ट सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और एमपी ऊर्जा विकास निगम का जॉइंट वेंचर है। जिसमें दोनों की हिस्सेदारी 50-50 फीसदी है।
1 मेगावाट बिजली की लागत 7.6 करोड़
एक मेगावाट बिजली के उत्पादन के लिए 2 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होती है। लागत की बात की जाए तो 1 मेगावाट सोलर एनर्जी उत्पादन लागत7.6 करोड़ रुपए बैठती है। इस प्लांट के लिए सरकार ने बंजर पड़ी सरकारी जमीन उपलब्ध कराई है।
2017 से शुरू होगा उत्पादन
राज्य सरकार इस प्लांट पर तेजी से काम कर रही है। सरकार की पूरी कोशिश है कि प्लांट मार्च 2017 से उत्पादन शुरू कर दे। ये प्रोजेक्ट, रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्रोजेक्ट सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और एमपी ऊर्जा विकास निगम का जॉइंट वेंचर है। जिसमें दोनों की हिस्सेदारी 50-50 फीसदी है।
1 मेगावाट बिजली की लागत 7.6 करोड़
एक मेगावाट बिजली के उत्पादन के लिए 2 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होती है। लागत की बात की जाए तो 1 मेगावाट सोलर एनर्जी उत्पादन लागत7.6 करोड़ रुपए बैठती है। इस प्लांट के लिए सरकार ने बंजर पड़ी सरकारी जमीन उपलब्ध कराई है।
इवानपाह सोलर पावर फेसिलिटी (कैलिफोर्निया, अमेरिका)
दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट में फैले मोजावे रेगिस्तान में मौजूद है। इवानपाह सोलर पावर फेसिलिटी की उत्पादन क्षमता 392 मेगावाट है। सोलर थर्मल तकनीक पर आधारित यह प्लांट फरवरी 2014 में शुरू हुआ था। यह सोलर प्रोजेक्ट मोजावे रेगिस्तान में 1600 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। ब्राइट सोर्स एनर्जी एंड बेचेल कंपनी द्वारा विकसित इस प्रोजेक्ट पर 220 करोड़ रुपए की लागत आई थी।
सोलर एनर्जी जेनेरेटिंग सिस्टम (एसईजीएस) (कैलिफोर्निया, अमेरिका)
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोलर थर्मल पावर स्टेशन भी कैलिफोर्निया में ही है। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 354 मेगावाट है। इस सोलर पावर स्टेशन में अलग-अलग उत्पादन क्षमता के 9 अलग-अलग पावर प्लांट हैं। 1600 हेक्टेयर में फैले इस सोलर स्टेशन में बिजली उत्पादन के लिए 936,384 पैनल का प्रयोग किया गया है।
मोजावे सोलर प्रोजेक्ट
मोजावे सोलर प्रोजेक्ट भी कैलिफोर्निया में स्थित है। करीब 32 किमी. क्षेत्र में मौजूद इस सोलर प्लांट की उत्पादन क्षमता 280 मेगावाट है। यह पावर प्लांट हर साल 617,000 मेगावाट बिजली पैदा करता है। जिससे करीब 88000 घरों के लिए पर्याप्त बिजली की सप्लाई की जा सकती है।
सोलाना जेनेरेटिंग स्टेशन
यह सोलर पावर प्लांट अमेरिका के एरिजोना में स्थित है। 280 मेगावाट क्षमता के इस पावर स्टेशन ने 2013 में उत्पादन शुरू किया था। 780 हेक्टेयर में फैले इस स्टेशन में 140 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित की गई है। एरिजोना स्टेट इस प्लांट से उत्पादित होने वाली 100 फीसदी बिजली की खरीद करता है।
जेनेसिस सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट
जेनेसिस सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट भी मोजावे रेगिस्तान में स्थित है। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 250 मेगावाट है। 780 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। इस सोलर पावर स्टेशन में 125-125 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित की गई हैं। इस प्लांट से 2013-14 में बिजली का उत्पादन शुरू हुआ था।