पीसी टिप्स: फ़ास्ट बनाये रखने की महत्त्वपूर्ण बातें! computer ko fast kaise kare hindi


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पीसी के रख-रखाव के लिये ध्यान देने योग्य बातें!

अधिकतर लोग कम्प्यूटर खरीद तो लेते हैं किन्तु उसके रख-रखाव के लिये कभी भी ध्यान नहीं देते। यहाँ पर हम कुछ उन छोटी छोटी बातों का उल्लेख करेंगे जिससे आपका पीसी हमेशा टिप-टॉप बना रहे।


  1. वैसे तो कम्प्यूटर के लिये यूपीएस (UPS - Uninterrupted Power Supply) का इस्तेमाल करना ही चाहिये किन्तु यदि आपके क्षेत्र में अक्सर बिजली चली जाती है तो आप अपने कम्प्यूटर के लिये यूपीएस को अत्यावश्यक ही समझें।
  2. हम अपने कम्प्यूटर के कैबिनेट, मॉनीटर, कीबोर्ड, माउस की सफाई तो प्रायः करते हैं किन्तु पीसी को ठंडा रखने वाले पंखे (cooling fans) की सफाई की ओर हमारा ध्यान जाता ही नहीं है जबकि यह सबसे अधिक आवश्यक कार्य है। यदि धूल, गंदगी आदि के कारण से पंखा चलना बंद हो गया तो आपके कम्प्यूटर के पॉवर सप्लाय, ग्राफिक्स कॉर्ड, सीपीयू (CPU - Central Processing Unit) को भारी क्षति पहुँचने का अंदेशा रहता है। इसलिये यदि आप अपने पीसी के पंखे की सफाई यदि स्वयं करना नहीं जानते तो समय समय पर (कम से कम तीन माह में एक बार) अपने सर्विस प्रोव्हाइडर से पंखे की सफाई करवाते रहिये।
  3. अपने हार्डवेयर्स के लिये सही और नवीनतम ड्रायव्हर्स का ही प्रयोग करें। ड्रायव्हर्स के अपडेट हार्डवेयर बनाने वाली कंपनी के वेबसाइट में मुफ्त में उपलब्ध होता है।
  4. अपने कम्प्यूटर को हमेशा सही अर्थिंग दें, दो पिन वाले प्लग प्रयोग न करें बल्कि अर्थिंग वाले तीन पिन वाले प्लग का ही प्रयोग करें। आवश्यक हो तो अपने इलैक्ट्रिशियन से चेक करवा लें कि सही अर्थिंग मिल रहा है या नहीं।




मोस्टली पूछे गए सवाल -

प्रश्न - क्या कम्प्यूटर भाषा को समझता है ?

उत्तर - बिल्कुल नहीं - कोई भी मशीन भाषा को नहीं समझती । कम्प्यूटर एक विशेष नम्बर या कोड को पहचानता है, जिसे आम तौर पर'binary code' कहते हैं । छोटी सी सूचना को bit कहा जाता है और आठ bit को मिलाकर एक byte बनता है । कंप्यूटर प्रोग्राम एक सूचना कोdata में परिवर्तित करता है जो कि दुबारा एक 'सूचना' में बदलता है । यदि हम 'A' टाइप करते हैं तो CPU में एक आठ bit का byte बनता है :01000001 और चित्रपट (monitor) पर 'A' दिखाई पड़ता है । हिन्दी या किसी दूसरी भाषायें भी इसी तरह के कोड से बनाई जाती हैं जिन्हें कम्प्यूटर समझता है । इसलिये कंप्यूटर हमारी भाषा को नहीं समझता, केवल कुछ कोड हैं जिनके द्वारा अक्षर स्क्रीन पर नजर आते हैं ।

प्रश्न - क्या कभी भविष्य में ऐसा हो सकता है कि एक कंप्यूटर भी हमारी भाषा को ऐसे ही समझने लगे जैसे आदमी का दिमाग होता है ?

उत्तर - डा. अब्दुल कलाम का कहना तो यही है कि ऐसा कभी नहीं हो सकता । कारण ? मनुष्य का दिमाग लाखों-करोड़ों साल की प्रक्रिया से प्रकृति द्वारा बनाया गया है जिससे कोई भी कंप्यूटर आगे नहीं निकल सकता क्योंकि यह तो सिर्फ हमारे ही द्वारा बनाई गई एक मशीन है ।

प्रश्न - तो फिर 'voice recognition' सिस्टम में क्यों एक कंप्यूटर हमारी भाषा को पहचानता है - जैसा हम बोलते हैं, वैसे ही यह टाइप करता है ?

उत्तर - फिर वही बात लागू होती है - यह सिर्फ एक आवाज (sound) को पहचानता है, भाषा को नहीं । एक प्रोग्राम द्वारा यह आवाज को पहचानकर, कुछ code द्वारा लिखे हुए अक्षर स्क्रीन पर ले आता है, इससे ज्यादा कुछ नहीं । और लिखे हुए अक्षर भाषा नहीं होते । भाषा बहुत गहरी होती है - जो लोग पढ़-लिख नहीं सकते वे भी भाषा को समझते और बोलते हैं । इसलिये कंप्यूटर और भाषा का कोई संबन्ध नहीं ! 

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