खाँसी के प्रकार, कारण और घरेलू उपाय..Khansi Hone Par Kya kare
19 September 2016
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खाँसी दो प्रकार की होती है (1) सुखी (2) कफ वाली. सुखी खाँसी नई होती है एवं कठिनाई से थोड़ा-थोड़ा कच्चा थूक आता है. तथा कफ वाली तर एवं जरा सा खाँसने से ही कफ निकलता है. पुरानी खाँसी में प्रायः कफ होता है.
कारण
जुकाम होना खाँसी होने का प्रमुख कारण है.
कारण
जुकाम होना खाँसी होने का प्रमुख कारण है.
15 Golden Quotes in Hindi
चिकित्सा
चिकित्सा
1. भुनी हुई फिटकरी 10 ग्राम और देशी खांड 100 ग्राम दोनों को बारीक़ पीसकर आपस में मिला ले और बराबर मात्रा में चौदह पुड़िया बना ले. सुखी खाँसी में 125 ग्राम दूध के साथ एक पुड़िया नित्य सोते समय ले. गीली खासी में 125 ग्राम गर्म पानी के साथ एक पुड़िया नित्य सोते समय ले.
2. बलगमी खाँसी हो तो, अदरक का रस और शहद, बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच की मात्रा में मामूली गर्म करके दिन में तीन-चार बार चाटने से तीन-चार दिन में ही कफ-खाँसी ठीक हो जाती है.बच्चो को दिन में दो तीन बार एक दो ऊँगली ही चटा दे तो आराम मिल जाएगा.
3. पिसा हुआ आँवला एक चम्मच शहद में मिलाकर नित्य दो बार चाटे.
4. काली मिर्च और मिश्री मुँह में रखे, इससे गला भी खुला जाता है.
5. पाँच काली मिर्च और चौथाई चम्मच पिसी हुई सोंठ को एक चम्मच शहद में मिलाकर सुबह-शाम चाटने से कफ वाली खाँसी ठीक होती है.
2. बलगमी खाँसी हो तो, अदरक का रस और शहद, बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच की मात्रा में मामूली गर्म करके दिन में तीन-चार बार चाटने से तीन-चार दिन में ही कफ-खाँसी ठीक हो जाती है.बच्चो को दिन में दो तीन बार एक दो ऊँगली ही चटा दे तो आराम मिल जाएगा.
3. पिसा हुआ आँवला एक चम्मच शहद में मिलाकर नित्य दो बार चाटे.
4. काली मिर्च और मिश्री मुँह में रखे, इससे गला भी खुला जाता है.
5. पाँच काली मिर्च और चौथाई चम्मच पिसी हुई सोंठ को एक चम्मच शहद में मिलाकर सुबह-शाम चाटने से कफ वाली खाँसी ठीक होती है.
6. सुखी खाँसी हो तो 15 ग्राम गुड़ और 15 ग्राम सरसो का तेल मिलाकर चाटने से लाभ होता है.
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