देश की 10 भयानक घटनाये बच्चियों को तक नहीं छोड़ा
16 April 2016
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अच्छे समाज का निर्माण उस समाज के लोगो से होता है ठीक बैसे ही अच्छा देश है लेकिन यह नहीं बताया जाता भारत में रहने वाले लोग कैसे हैं और उनका व्यवहार कैसा है? इस लेख में हम आपको भारत में हुई ऐसी 10 भयानक घटनाओं के बारे में बतायेंगे जिनको पढ़कर आपको भारतीय होने पर शर्म महसूस होगी...
1. इन दंगों में 50 लाख लोगों की जान गयी कहा गई इंसानियत
सदियों बाद भारत जब ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजाद हुआ तो भारत का दो हिस्सों में बंटवारा हो गया. एक हिस्सा पाकिस्तान बना और एक हिस्सा भारत. इस विभाजन के परिणामस्वरुप गुलामी से आजाद होने का जश्न शोक में बदल गया. विभाजन की वजह से हिंदु-मुस्लिमों के बीच भयानक दंगे हुए. इन दंगों की शुरुआत कहाँ से हुई कोई नहीं बता सकता लेकिन इन दंगों में 50 लाख लोगों की जान गयी. अनगिनत बलात्कार की घटनाएँ हुई. दुनिया के इतिहास में इन दंगों की भयावहता की दूसरी मिसाल नहीं मिलती
2. निर्भया कांड दिल्ली (Delhi nirbhaya damini Case)
इस मामले ने भारत का नाम पूरी दुनिया में धूमिल कर दिया. 16 दिसम्बर 2012 को दिल्ली की लोकल बस में एक 23 साल की लड़की को बेरहमी से पीटा गया और फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. उसको चलती बस से फेंक दिया गया, जिसकी बाद में मृत्यु हो गयी. इस घटना पर बनी डाक्यूमेंट्री को बीबीसी ने पूरी दुनिया के दर्शकों के सामने रखा जिसके बाद कई देशों ने अपने देश की महिलाओं को भारत न जाने की हिदायत दे दी.
3. पुलिवालो द्वारा कैदियों को जबरदस्ती अंधा बनाना
साबरमती एक्सप्रेस में आग लगा दी थी. इस रेल गाड़ी में 58 हिन्दू तीर्थयात्री मारे गये थे. इस घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद ने तीन दिन तक गुजरात को बंद रखने का एलान कर दिया. इन तीन दिनों में लोगों का बेरहमी के साथ कत्ल किया गया और उनके घरों को लूटा गया. महिलाओं के साथ बलात्कार किये गये. स्थानीय अख़बारों और नेताओं ने उकसाने वाले भाषण दिए. इन दंगों में 2000 से ज्यादा निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.
8. जाट आरक्षण आंदोलन
एक ऐसा आन्दोलन जिसने अपने फायदे के लिए लाखो लोगो को नुकसान पहुंचाया ऐसे आंदोलनों से देश की रफ़्तार धीमी पड जाती है, ऐसा कोई सेक्टर या वर्ग नहीं बचा जिसे इस घटना से नुकसान ना हुआ हो अगर इतनी ही ताकत रखते हो तो आरक्षण की क्या जरूरत देश के दुश्मन भी आज हस्ते होंगे उनने अब पता चल गया देश के लोग कितने कमजोर हे आपस में ही मर जायेंगे
9 . हर भारतीये के आसपास घटी है?...
अगर आपके पास कोई घटना विचार हों जवाब दे नीचे कमेंट्स में किसी भी फील्ड में
10. पश्चिम बंगाल के मालदा में हिंसा
ये घटना देश के कम ही लोगो को पता होगी क्योकि हमारे देश को बर्बाद करने वाली बिकाऊ मीडिया (जिसमे इन्हे फायदा होता है वही खबर देखते है ) तमाम न्यूज़ चैनल्स में दबाने की कोशिश की यह घटना की जानकारी कमेंट्स में दे
मालदा में भड़की नफरत की और मीडिया ने इतनी बड़ी घटना को क्यों नहीं दिखाया (यहाँ क्लिक कर जाने आरुषि हत्याकांड क्यों उठे मीडिया और सीबीआई जांच पर सवाल Aarushi Talwar Delhi) इसका जरूर कोई कारण होगा क्योकि जिनको एक छोटी सी बात को इतने रोचक तरीके से देखते है 3 से 4 बार पर यह घटना क्यों नहीं बताई गयी देश को जवाब देना होगा?...
1. इन दंगों में 50 लाख लोगों की जान गयी कहा गई इंसानियत
सदियों बाद भारत जब ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजाद हुआ तो भारत का दो हिस्सों में बंटवारा हो गया. एक हिस्सा पाकिस्तान बना और एक हिस्सा भारत. इस विभाजन के परिणामस्वरुप गुलामी से आजाद होने का जश्न शोक में बदल गया. विभाजन की वजह से हिंदु-मुस्लिमों के बीच भयानक दंगे हुए. इन दंगों की शुरुआत कहाँ से हुई कोई नहीं बता सकता लेकिन इन दंगों में 50 लाख लोगों की जान गयी. अनगिनत बलात्कार की घटनाएँ हुई. दुनिया के इतिहास में इन दंगों की भयावहता की दूसरी मिसाल नहीं मिलती
2. निर्भया कांड दिल्ली (Delhi nirbhaya damini Case)
nirbhaya damini photo original |
3. पुलिवालो द्वारा कैदियों को जबरदस्ती अंधा बनाना
यह घटना 1980 को हुई थी जब बिहार के भागलपुर जिले की पुलिस ने अत्याचार का सबसे भयंकर उदाहरण दुनिया के सामने दिखाया था. भागलपुर जिले की पुलिस ने 31 विचाराधीन कैदियों की आँखों में तेजाब डालकर उनको जबरदस्ती अंधा बना दिया था.
4. अनकही कहानी
भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में पड़ते बस्तर क्षेत्र में एक 15 वर्षीय कवासी नाम की लड़की का पुलिस वालों ने बेरहमी से बलात्कार किया था ये घटना भारत में लडकियों के खिलाफ होने वाली क्रूरता और अत्याचार का जीता जागता सबूत थी कवासी को 350 माओवादियों के साथ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मामले में पकड़ा गया था
5. कत्लेआम
भारत की प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी ने जून 1984 में स्वर्ण मन्दिर में छिपे जरनैल सिंह भिंडरावाले और उसके साथी उग्रवादियों को मारने का निर्देश दिया. कुछ महीने बाद अक्टूबर 1984 में इंदिरा गांधी के अंगरक्षक जो सिख थे उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस पार्टी से सम्बंधित लोगों ने दिल्ली में सिखों के खिलाफ दंगे शुरू कर दिए और दिल्ली में रह रहे सिखों का बेरहमी से कत्लेआम शुरू कर दिया. इस घटना में 2,700 सिख मारे गये और 20,000 से ज्यादा सिखों ने दिल्ली को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ दिया.
6. आपातकाल के दौरान अत्याचार
भारत में वर्ष 1975-77 का समय आपातकाल का समय था. सत्ता में कांग्रेस की सरकार थी जिसने नागरिक अधिकारों का बेहरमी से उल्लंघन किया. आपातकाल स्थिति में सबसे दुखद घटना दिल्ली के तुर्कमान गेट के पास पड़ती झुग्गी-झोपड़ियों में हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष संजय गांधी ने झुग्गीवासियों को तुर्कमान गेट से हटाने के लिए पुलिस को निर्देश दिए. पुलिस वालों ने लाठीचार्ज करके और गोलियां चलाकर झुग्गीवासियों को हटाने की कोशिश की थी. इस भयंकर लाठीचार्ज और गोलीबारी में 150 निर्दोष लोग मारे गये थे और 70,000 से भी ज्यादा लोग बेघर हो गये थे.
भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में पड़ते बस्तर क्षेत्र में एक 15 वर्षीय कवासी नाम की लड़की का पुलिस वालों ने बेरहमी से बलात्कार किया था ये घटना भारत में लडकियों के खिलाफ होने वाली क्रूरता और अत्याचार का जीता जागता सबूत थी कवासी को 350 माओवादियों के साथ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मामले में पकड़ा गया था
5. कत्लेआम
भारत की प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी ने जून 1984 में स्वर्ण मन्दिर में छिपे जरनैल सिंह भिंडरावाले और उसके साथी उग्रवादियों को मारने का निर्देश दिया. कुछ महीने बाद अक्टूबर 1984 में इंदिरा गांधी के अंगरक्षक जो सिख थे उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस पार्टी से सम्बंधित लोगों ने दिल्ली में सिखों के खिलाफ दंगे शुरू कर दिए और दिल्ली में रह रहे सिखों का बेरहमी से कत्लेआम शुरू कर दिया. इस घटना में 2,700 सिख मारे गये और 20,000 से ज्यादा सिखों ने दिल्ली को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ दिया.
6. आपातकाल के दौरान अत्याचार
भारत में वर्ष 1975-77 का समय आपातकाल का समय था. सत्ता में कांग्रेस की सरकार थी जिसने नागरिक अधिकारों का बेहरमी से उल्लंघन किया. आपातकाल स्थिति में सबसे दुखद घटना दिल्ली के तुर्कमान गेट के पास पड़ती झुग्गी-झोपड़ियों में हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष संजय गांधी ने झुग्गीवासियों को तुर्कमान गेट से हटाने के लिए पुलिस को निर्देश दिए. पुलिस वालों ने लाठीचार्ज करके और गोलियां चलाकर झुग्गीवासियों को हटाने की कोशिश की थी. इस भयंकर लाठीचार्ज और गोलीबारी में 150 निर्दोष लोग मारे गये थे और 70,000 से भी ज्यादा लोग बेघर हो गये थे.
7. गोधरा हत्याकांड दंगा godhra kand in hindi
godhra train burning truth |
8. जाट आरक्षण आंदोलन
एक ऐसा आन्दोलन जिसने अपने फायदे के लिए लाखो लोगो को नुकसान पहुंचाया ऐसे आंदोलनों से देश की रफ़्तार धीमी पड जाती है, ऐसा कोई सेक्टर या वर्ग नहीं बचा जिसे इस घटना से नुकसान ना हुआ हो अगर इतनी ही ताकत रखते हो तो आरक्षण की क्या जरूरत देश के दुश्मन भी आज हस्ते होंगे उनने अब पता चल गया देश के लोग कितने कमजोर हे आपस में ही मर जायेंगे
9 . हर भारतीये के आसपास घटी है?...
अगर आपके पास कोई घटना विचार हों जवाब दे नीचे कमेंट्स में किसी भी फील्ड में
10. पश्चिम बंगाल के मालदा में हिंसा
ये घटना देश के कम ही लोगो को पता होगी क्योकि हमारे देश को बर्बाद करने वाली बिकाऊ मीडिया (जिसमे इन्हे फायदा होता है वही खबर देखते है ) तमाम न्यूज़ चैनल्स में दबाने की कोशिश की यह घटना की जानकारी कमेंट्स में दे
मालदा में भड़की नफरत की और मीडिया ने इतनी बड़ी घटना को क्यों नहीं दिखाया (यहाँ क्लिक कर जाने आरुषि हत्याकांड क्यों उठे मीडिया और सीबीआई जांच पर सवाल Aarushi Talwar Delhi) इसका जरूर कोई कारण होगा क्योकि जिनको एक छोटी सी बात को इतने रोचक तरीके से देखते है 3 से 4 बार पर यह घटना क्यों नहीं बताई गयी देश को जवाब देना होगा?...
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