लाखों में है कमाई दिल्ली का ये कारीगर आपके मकान को कही भी रख देगा


जैक की मदद से घर को हवा में उठाता चुन्नी यादव।
पटना. 8 वीं तक पढ़े कारीगर चुन्नी यादव का काम पक्के मकान को हवा में उठाना है। सड़क बनने के चलते कई मकान रोड लेवल से नीचे हो जाते हैं। बारिश के मौसम में इन मकानों में पानी भरने की दिक्कत आने लगती है। चुन्नी ऐसे मकानों को जैक की मदद से हवा में उठा देते हैं। इस दौरान मकान के नींव को ऊंचा किया जाता है। कभी चेन्नई में 300 से 500 रुपए रोज की मजदूरी करने वाले चुन्नी आज अपने इस हुनर से हर साल 2 से 3 लाख रुपए कमा रहे हैं।
एक मकान को उठाने के लिए लगे हैं 300 जैक
राजधानी के राजा बाजार के बैंक ऑफ इंडिया कॉलोनी डूमरा के अरविंद कुमार सिंह के घर के पास आजकल रोज लोग जुट रहे हैं। सड़क बनने के बाद घर में पानी घुसने की समस्या आ रही थी। इससे बचने के लिए अरविंद अपने मकान को ऊंचा उठवा रहे हैं। इस काम के लिए 300 जैक लगे हैं। 28 मजदूरों की टीम पूरे घर के नींव के नीचे लगे जैक को कसने का काम कर रही है। मकान को 3.5 फीट ऊंचा उठाने में 5 लाख 20 हजार रुपए खर्च होंगे।

कैसे उठता है घर
घर को उठाने से पहले खाली कर लिया जाता है। इसके बाद नींव को खोदकर पिलर और दीवार को तोड़ दिया जाता है। करीब एक फीट तोड़ने के बाद बने जगह पर जैक लगा दिया जाता है। यह काम घर के एक कोने से शुरू किया जाता है और धीरे-धीरे पूरे घर के नींव को तोड़कर जैक लगा दिया जाता है। इससे मकान का पूरा भार जैक पर आ जाता है। इसके बाद जैक को एक क्रम में कसा जाता है। यह काम बहुत धीरे-धीरे किया जाता है, जिससे घर का वजन सभी जैक पर एक बराबर पड़ता रहे और कोई हादसा न हो। एक फीट ऊंचा उठने के बाद ईंट जोड़कर नींव को ऊंचा उठाया जाता है और फिर से जैक लगाया जाता है। यह प्रक्रिया बार-बार दुहराई जाती है जबतक निश्चित ऊंचाई तक नींव न उठ जाए।

5-10 फीट तक ऊंचा उठ सकता है मकान
चुन्नी यादव कहते हैं कि वह पहले चेन्नई में मकान उठाने का काम करते थे। वहां सालों तक काम सीखा, इसके बाद बिहार आ गया और अपना काम शुरू कर दिया। जैक की मदद से मकान को 5 से 10 फीट तक दीवारों सहित ऊंचा उठाया जा सकता है। इस दौरान मकान को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। हमलोग मकान को इंच दर इंच उठाते हैं। एक घर को उठाने में 25-30 दिन लगते हैं।

ऊंचाई के साथ बढ़ती जाती है कीमत
मकान उठाने की कीमत ऊंचाई पर निर्भर करती है। एक तल्ला मकान उठाना हो तो 130 रुपए प्रति स्कवायर फीट खर्च होता है। इसी तरह क्रमश: दो तल्ला मकान के लिए 250 रुपए प्रति स्कवायर फीट, तीन तल्ला मकान के लिए 360 रुपए प्रति स्कवायर फीट और चार तल्ला मकान के लिए 460 रुपए प्रति स्कवायर फीट खर्च होता है। चुन्नी कहते हैं कि मकान जितना ऊंचा और बड़ा होता है लोग उतने अधिक लगते हैं। एक मकान के काम से 20 से 30 हजार रुपए की बचत हो जाती है।

नया घर बनवाने से सस्ता है ऊंचा उठवाना
अरविंद कुमार कहते हैं कि नया घर बनवाने से ऊंचा उठवाना ज्यादा सस्ता है। एक मकान बनवाने में 40 से 50 लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। पानी भरने से मकान की उम्र कम हो जाती है

और ग्राउंड फ्लोर बेकार हो जाता है।जैक की मदद से घर को हवा में उठाता मजदूर।
जैक की मदद से घर को हवा में उठाता मजदूर।

घर को उठाते समय लकड़ी के टुकड़े लगाकर जैक की हाइट को बैलेंस किया जाता है।

बाहर से लेकर अंदर तक पूरे घर के नींव के नीचे जैक लगाया जाता है।

इस दो मंजिला घर को उठाने के लिए 5 लाख 20 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं।बाहर से लेकर अंदर तक पूरे घर के नींव के नीचे जैक लगाया जाता है

घर के अंदर लगे जैक को कसता मजदूर।

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